सपा पूर्व विधायक अविनाश कुशवाहा ने आरोप लगाया कि सदर विधायक का लगे प्रदर्शनी पर बुल्डोजर चलवाना निंदनीय है।
सोनभद्र। रॉबर्ट्सगंज स्थित हाइड्रिल मैदान में शुक्रवार को पुलिस और प्रशासन की मौजूदगी में बुलडोजर चलाकर प्रतीकात्मक बाद रोक दी गई, लेकिन अधिकारियों ने आयोजकों को शीघ्र मैदान खाली करने के निर्देश दिए। इस दौरान प्रदर्शनी स्थल के बाहर लगी बांस-बल्लियां और अस्थायी बिजली खंभे हटाए गए। दरअसल, हाइड्रिल मैदान में पिछले दो महीने से मेला प्रदर्शनी चल रही थी। आयोजकों को इसे 26 अक्टूबर तक की अनुमति दी गई थी। लेकिन समय सीमा बीत जाने के बाद भी मैदान खाली नहीं किया गया। मैदान खाली न होने से विधायक खेल महाकुंभ के आयोजन में अड़चन आ गई। इससे नाराज़ होकर सदर विधायक भूपेश चौबे ने अपने समर्थकों के साथ सड़क किनारे ही खिलाड़ियों के नामांकन फॉर्म भरना शुरू कर दिया। विधायक भूपेश चौबे ने बताया कि शुक्रवार को सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर 'एकता दौड़' का आयोजन किया गया। उन्होंने कहा कि सोनभद्र में हर साल विधायक खेल महाकुंभ का आयोजन होता है। जिसका पंजीकरण पटेल जयंती (31 अक्टूबर) से शुरू होकर अटल बिहारी वाजपेयी जयंती (25 दिसंबर) को खेलों की शुरुआत और विवेकानंद जयंती (12 जनवरी) को समापन के साथ पूरा होता है।
विधायक ने बताया कि प्रदर्शनी आयोजकों को पहले ही सूचित किया गया था कि मैदान 26 अक्टूबर तक खाली कर दिया जाए। बावजूद इसके, 31 अक्टूबर तक भी प्रदर्शनी स्थल खाली नहीं हुआ, जिसके चलते एकता दौड़ मैदान के किनारे-किनारे आयोजित करनी पड़ी और रजिस्ट्रेशन सड़क पर करना पड़ा।
विधायक भूपेश चौबे ने कहा कि चाहे हमें खुले आसमान में कार्यक्रम करना पड़े या बारिश और ठंड का सामना करना पड़े, हम खेल महाकुंभ के आयोजन को हर हाल में करेंगे। कोई भी बाधा या विरोध सामने आया तो उसका डटकर सामना किया जाएगा। प्रदर्शनी वालों ने समय पर मैदान खाली नहीं किया, इसलिए मजबूरन हमने चौराहे पर बैठकर खिलाड़ियों का नामांकन कर रहे है।
वही सपा के पूर्व विधायक अविनाश कुशवाहा ने आरोप लगाया कि प्रदर्शनी मेला को शासन सत्ता में चूर होकर प्रदर्शनी को प्रशासन के बल पर बंद कराया गया।सदर विधायक भूपेश चौबे को शोभा नही देता है क्यो की खेल महा कुम्भ दिसम्बर में होता है।और बारिश लगातार हो रहा है।ऐसा कदम इनके द्वारा उठाना निंदनीय है।जो ऐसा कार्य कराया गया गुंडागर्दी कहलाता है।
