तिलोई: पासी समाज के दो लोगों की हत्या, क्षेत्र में आक्रोश! पुलिस व राजनीतिक संरक्षण का नतीजा है हौसिला पासी की हत्या
November 02, 2025
तिलोई/अमेठी। विधान सभा तिलोई क्षेत्र के थाना फुरसतगंज अंतर्गत चक दहिरामऊ निवासी दलित मजदूर हौसिला पासी पुत्र रामपाल ( 46 वर्ष) की मजदूरी मांगने पर जाति विशेष के दबंग युवक द्वारा पीट-पीटकर बेरहमी हत्या और जायस थानाक्षेत्र के फतेपुर मवाईया निवासी विजय पासी की हत्या पुलिस व राजनीतिक गठजोड़ का नतीजा हैं।उक्त घटनाओं से पासी समाज में भारी आक्रोश व्याप्त है। हौसला पासी के परिजनों के मुताबिक वह बारी मजरे सरांय महेशा गांव निवासी शुभम सिंह पुत्र जगरूप सिंह से मजदूरी के पैसे मांगने घर पहुंचा तो शुभम ने मजदूरी देने के बजाय हौसिला को बेरहमी से पीटकर मरणासन्न अवस्था में घर के बाहर फेंक दिया।मजे की बात घटना में यह है कि फुरसतगंज पुलिस ने घटना के आरोपी शुभम के विरुद्ध मामूली धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उसे बचाने का पूर्ण प्रयास किया लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत से जब समाजिक संगठनों ने घटना और स्थानीय पुलिस के लचर रवैए पर सवाल उठाए तो पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपी शुभम सिंह की गिरफ्तारी कर वाहवाही लूट रही है।बहरहाल तिलोई विधानसभा क्षेत्र में दलितों खासकर पासी वर्ग के लोगों की जिस तरह से हत्याएं, अत्याचार,सोषण व फर्जी मुकदमों में फंसाने का खेल चल रहा है उसमें राजनीति व पुलिस का अहम रोल है।इसका सबसे बड़ा उदाहरण तिलोई विधानसभा के पांचों थानों पर जाति विशेष के थाना प्रभारियों की तैनाती का है।जायस थानेदार अमरेंद्र सिंह तो पिछले कई वर्षों से तिलोई सर्किल में ही अलग अलग थानों का चार्ज संभालकर सत्ता का सुख भोग रहे हैं।तो वहीं मोहनगंज थानाक्षेत्र अवैध खनन,गांजा और स्मैक के अवैध कारोबार से कराह रहा है। सूत्रों के मुताबिक बीते माह थाने का एक दीवान क्षेत्र की महिला का वर्षों तलक योन सोषण करता रहा।महिला ने दीवान पर जब शादी का दबाव बनाया तो पहले तो महिला को इंस्पेक्टर के नेतृत्व उठाकर पिस्टल की नोक पर नहर कोठी अंतर्गत रात्रि में सुलह का दबाव बनाया गया बात ना बनने पर इंस्पेक्टर ने अपने गले की फांस छुड़ाते हुए महिला को विश्वास में लेकर थाने में शादी की तारीख मुकर्रर कर दी।बाद में शादी की मुकर्रर तारीख से पहले ही मध्य रात्रि करीब एक बजे उस दीवान को जिले से गैर जनपद रिलीव कर मामले को इसलिए दबाया कि वह दीवान जाति विशेष खासकर इंस्पेक्टर की बिरादरी का था।मोहनगंज थाने की नाक के नीचे रात-दिन जाति विशेष के लोगों की जेसीबी मशीनें गरजती रहती हैं लेकिन मजाल है कि उनपर महोदय कोतवाल कार्यवाही की हिमाकत कर लें।बताएंगे इनका परमीशन है।यहां पर बड़ा सवाल यह है कि क्या अवैध गांजा और स्मैक,शराब,अवैध खनन व सभी तरह ठेकेदारी व गोरखधंधे करने व करवाने का लाइसेंस महज एक ही जाति विशेष के लोगों के पास है।
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