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इंडी गठबंधन के तीन बंदर- पप्पू, टप्पू और अप्पू-योगी आदित्यनाथ


बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग 6 नवंबर और 11 नवंबर को होनी है। सभी राजनीतिक दलों के दिग्गज नेता चुनाव प्रचार कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी बिहार में भाजपा उम्मीदवारों के लिए प्रचार कर रहे हैं। सोमवार को उनका दरभंगा, मुजफ्फरपुर, सारण और पटना में कार्यक्रम है। सीएम योगी ने बिहार के दरभंगा जिले के केवटी विधान सभा क्षेत्र में रैली को संबोधित किया है। इस दौरान उन्होंने महागठबंधन और इसके विभिन्न नेताओं पर जमकर निशाना साधा है।

सीएम योगी ने कहा- "आपने गांधी जी के तीन बंदरों के बारे में सुना होगा, आज इंडी गठबंधन के तीन और बंदर आ गए। पप्पू, टप्पू और अप्पू के नाम पर ...पप्पू सच बोल नहीं सकता, अच्छा बोल नहीं सकता, टप्पू अच्छा देख नहीं सकता और अप्पू सच सुन नहीं सकता। इन लोगों को एनडीए सरकार के द्वारा किए गए विकास कार्य दिखाई नहीं दे रहे। इसके बारे में बोल नहीं सकते, सुन नहीं सकते, देख नहीं सकते, इसलिए दुष्प्रचार कर रहे हैं। RJD की सरकार थी बिहार में, काग्रेस समर्थन कर रही थी, गरीब का राशन हड़प लिया जाता था, सरकारी योजनाओं से गरीब को वंचित कर दिया जाता था। 2005 से पहले कांग्रेस की सरकार रही हो या RJD की सरकार, बीमार हो जाए तो गरीब तड़प-तड़प कर मर जाता था, उपचार की सुविधा नहीं थी।"

सीएम योगी ने कहा- "ये कश्मीर को विवादित किसने किया, ये कांग्रेस ने किया। आज कश्मीर को आतंकवाद से मु्क्त कराने का काम किया है मोदी जी और अमित शाह जी ने। आज अखबार पढ़ रहा था।सुबह एक समाचार था कि एक फिल्म का एक्टर जो कश्मीर का था, वो 27 वर्ष बाद कश्मीर जा पाया। कौन थे वो लोग, जो कश्मीर से हिंदुओं को बाहर जाना पड़ा। कश्मीर घाटी हिंदू विहीन हो गई थी। ये कांग्रेस ने पाप किया था, पाकिस्तानी वहां बस रहे थे और शेष हिंदुस्तानियों को कश्मीर खाली करने के लिए कहा जा रहा था। आज कश्मीर में मिथिला का, बिहार का व्यक्ति भी समान रुप से बस सकता है।

सीएम योगी ने कहा- "इंडी गठबंधन के तीन बंदरों की जोड़ी है, ये बिहार में खानदानी माफिया को गले लगाकर बिहार की सुरक्षा में सेंध लगाने का काम कर रहे हैं। घुसपैठियों को बिहार की धरती में घुसाकर बिहार की सुरक्षा में सेंध लगा रहे हैं। आरजेडी की सरकार के समय में यहां पर बिहार के अंदर 70 से अधिक नरसंहार की घटनाएं हुई थी। बिहार में जाति को जाति से लड़ाते थे। पर्व और त्यौहार नहीं होने देते थे। बेटी, व्यापारी असुरक्षित, कट्टा बंदूक लेकर के बिहार की पूरी व्यवस्था को धूमिल करने का प्रयास किया था। ये आपको तो जाति के नाम पर बांटते हैं और फिर राष्ट्रीय सुरक्षा पर सेंध लगाने का काम करते हैं।"

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