गौतमबुद्धनगर में एसआईआर का काम कर रहे 60 बीएलओ एवं 7 पर्यवेक्षकों पर डीएम के आदेश के बाद केस दर्ज
November 24, 2025
उत्तर प्रदेश में गौतमबुद्धनगर जनपद की जिलाधिकारी (DM) मेधा रूपम ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) में कथित लापरवाही और नियमों का पालन न करने के लिए 60 बूथ स्तरीय अधिकारियों (BLO) और सात पर्यवेक्षकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि शनिवार को जारी आदेश के बाद जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1950 की धारा 32 के तहत मामले दर्ज किए गए। जिले में एसआईआर का काम चार नवंबर को शुरू हुआ था और यह चार दिसंबर तक जारी रहेगा।
दादरी विधानसभा क्षेत्र (62-दादरी) के निर्वाचन पंजीकरण अधिकारी (ERO) और उपजिलाधिकारी (सदर) आशुतोष गुप्ता ने 32 बीएलओ और एक पर्यवेक्षक के खिलाफ इकोटेक-वन थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई। गुप्ता ने कहा, 'निर्वाचन क्षेत्र 62-दादरी में विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम के दौरान लापरवाही, उदासीनता और वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशों की अवहेलना करने के लिए प्राथमिकी दर्ज की गई है।’
इसी प्रकार, नोएडा विधानसभा (61-नोएडा) के ईआरओ ने एसआईआर प्रक्रिया के दौरान कर्तव्यहीनता और निर्देशों का पालन न करने के आरोप में 11 बीएलओ और छह पर्यवेक्षकों के खिलाफ दादरी थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई।
एक अधिकारी ने बताया कि जेवर में निर्वाचन क्षेत्र संख्या 63 के ईआरओ ने 17 बीएलओ के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जो एसआईआर कर्तव्यों का पालन करने में विफल रहे और उच्च अधिकारियों द्वारा जारी निर्देशों की अनदेखी की।
इस बीच अपर पुलिस आयुक्त (नोएडा) राजीव नारायण मिश्रा ने बताया कि गौतमबुद्धनगर जिले के कई थानों में निर्वाचन कार्यालयों से तहरीर मिली है और इन शिकायतों में कर्मचारियों पर निर्वाचन संबंधी दायित्वों का निर्वहन नहीं करने के आरोप लगे हैं।
शिकायतों में यह भी कहा गया है कि कर्मचारियों के निर्वाचन संबंधी दायित्वों का निर्वहन नहीं करने के कारण निर्वाचन का काम प्रभावित हो रहा है। मिश्रा ने कहा कि इनमें 60 से ज्यादा सरकारी कर्मचारियों पर शासकीय दायित्वों का निर्वहन नहीं करने के आरोप लगे हैं और इन सभी कर्मचारियों के खिलाफ मामले दर्ज किए जाने के बाद कार्रवाई की जा रही है।
