तेलंगाना में 37 माओवादियों ने डीजीपी के सामने किया सरेंडर, कुल 1.40 करोड़ का था इनाम
November 23, 2025
इस वक्त की बड़ी खबर तेलंगाना से सामने आ रही है। यहां एक साथ 37 माओवादियों ने डीजीपी बी शिवधर रेड्डी के सामने सरेंडर कर दिय है। उन्होंने भारी मात्रा में हथियार भी सौंप दिए हैं। खुद तेलंगाना के डीजीपी ने माओवादियों के सरेंडर के बारे में जानकारी दी। इन माओवादियों में तीन माओवादी शीर्ष स्तर के माओवादी थे। डीजीपी बी शिवधर रेड्डी ने संवाददाताओं को बताया कि सरेंडर करने वाले माओवादियों में तीन राज्य समिति सदस्य, तीन संभागीय समिति सदस्य, नौ क्षेत्र समिति सदस्य और 22 अन्य भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के सदस्य शामिल हैं।
तेलंगाना के डीजीपी बी शिवधर रेड्डी ने बताया कि तीन राज्य समिति के सदस्य कोय्यदा सांबैया (49) उर्फ आजाद, अप्पासी नारायण उर्फ रमेश (70), और मुचाकी सोमादा हैं। सांबैया और नारायण तेलंगाना समिति से संबंधित हैं, जबकि सोमादा माओवादियों की दंडकारण्य विशेष क्षेत्रीय समिति का हिस्सा था। वहीं डीजीपी के सामने सरेंडर करने वाले माओवादियों ने एक एके-47 राइफल, दो एसएलआर राइफल, चार 303 राइफल, एक जी3 राइफल और 346 राउंड गोलियां भी सौंप दीं।
डीजीपी शिवधर रेड्डी ने कहा कि माओवादियों ने मुख्यधारा में शामिल होने की मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी की अपील पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि निरंतर माओवादी विरोधी अभियान, वैचारिक मतभेद और संगठन के भीतर आंतरिक दरार ने उनके सरेंडर के निर्णय को प्रभावित किया। सरेंडर करने वाले माओवादियों पर कुल 1.40 करोड़ रुपये का नकद इनाम है, जिसमें सांबैया और नारायण पर 20-20 लाख रुपये का इनाम है। DGP ने भाकपा (माओवादी) के सभी कार्यकर्ताओं से आगे आने और मुख्यधारा में शामिल होने का आग्रह किया।
बता दें कि कुछ दिन पहले ही आंध्र प्रदेश में एक कुख्यात माओवादी हिडमा को मार गिराया गया था। सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में हिडमा और उसकी पत्नी सहित कुल 6 माओवादी ढेर कर दिए गए थे। अकेले हिडमा पर 1 करोड़ रुपये का इनाम घोषित था। माडवी हिडमा छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के पुववर्ती गांव की आदिवासी जनजाति मुरिया से ताल्लुक रखता था। वह बाल संघ के जरिए माओवादी पार्टी में शामिल हुआ।
