पीलीभीत। जनपद के पूरनपुर क्षेत्र में मंगलवार को महर्षि वाल्मीकि स्वामी जी के प्राकट्य उत्सव के अवसर पर भव्य शोभायात्रा निकाली गई। यह ऐतिहासिक यात्रा श्री बाला जी सिद्ध ब्रह्मदेव संकीर्तन दरबार द्वारा आयोजित की गई थी। यात्रा का नेतृत्व सभासद महंत सेवक विशाल ने किया, जिनके कुशल निर्देशन में हजारों श्रद्धालुओं ने उत्साह और भक्ति के साथ इस यात्रा में भाग लिया।
शोभायात्रा का शुभारंभ संकीर्तन दरबार से हुआ और नगर के मुख्य मार्गों तहसील रोड, गांधी चैक, देवी मंदिर मार्ग और प्रमुख बाजारों के माध्यम से पुनः दरबार परिसर तक संपन्न हुई। हर गली-मोहल्ले में भक्तों की अपार भीड़ ने यात्रा को उत्साह और ऊर्जा से भर दिया। नगरवासियों ने जगह-जगह पुष्प वर्षा कर यात्रा का स्वागत किया। यह दृश्य पूरे नगर में भक्ति और श्रद्धा का प्रतीक बन गया।
यात्रा में महर्षि वाल्मीकि और श्री बालाजी महाराज के जीवन व आदर्शों को दर्शाने वाली झांकियाँ सजाई गई थीं। संकीर्तन मंडली ने भजन-कीर्तन प्रस्तुत किए, जिनमें महर्षि वाल्मीकि के सिद्धांतों और बालाजी महाराज की महिमा को गीतों और मंत्रों के माध्यम से उजागर किया गया। भक्तों ने कदम से कदम मिलाकर जयघोष किया, जिससे पूरा नगर भक्तिमय वातावरण में डूब गया।
इस भव्य आयोजन में संरक्षक निशु वाल्मीकि, अध्यक्ष अमन वाल्मीकि, वरिष्ठ उपाध्यक्ष रवि रत्नाकर, उपाध्यक्ष अनुराग राज, सचिव अजय वाल्मीकि सहित दर्जनों पदाधिकारी और हजारों श्रद्धालु उपस्थित थे। उनकी सक्रिय भागीदारी ने इस आयोजन को ऐतिहासिक बना दिया। कार्यक्रम के समापन पर महंत सेवक विशाल ने सभी श्रद्धालुओं, पदाधिकारियों और स्थानीय नागरिकों का धन्यवाद व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह शोभायात्रा महर्षि वाल्मीकि जी के आदर्शों और श्री बालाजी महाराज की कृपा का प्रतीक है। इस आयोजन ने समाज में भक्ति, एकता और कल्याण का संदेश फैलाया। आयोजन समिति ने संकल्प लिया कि आने वाले वर्षों में इस परंपरा को और व्यापक रूप में आगे बढ़ाया जाएगा। इसका उद्देश्य है कि हर व्यक्ति तक बाबा बालाजी महाराज की कृपा और महर्षि वाल्मीकि जी के आदर्शों का संदेश पहुंच सके।
