दिल्ली में यमुना नदी ने खतरे के निशान को पार किया
September 02, 2025
दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। मंगलवार की सुबह यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार गया है। एक अधिकारी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, पुराने रेलवे पुल पर यमुना नदी का जलस्तर 205.33 मीटर को पार कर 205.80 मीटर तक पहुंच गया है। बढ़ते जलस्तर के कारण दिल्ली के निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है।
अधिकारियों ने बताया है कि हथिनीकुंड बैराज से 1.76 लाख क्यूसेक, वजीराबाद बैराज से 69,210 क्यूसेक और ओखला बैराज से 73,619 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। हरियाणा से रिकॉर्ड मात्रा में पानी छोड़ा गया है जिस कारण से दिल्ली में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। आशंका जताई जा रही है कि यमुना नदी का जलस्तर मंगलवार शाम तक 206 मीटर के निकासी चिह्न तक पहुंच सकता है।
बाढ़ की संभावना को देखते हुए अधिकारी सतर्क हैं। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सोमवार को बयान दिया था कि दिल्ली की सरकार इस स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। अधिकारियों की ओर से यमुना के डूब क्षेत्र में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गयी है।
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता मंगलवार को लोहा पुल पहुंचीं, जहां कल से लगातार हो रही बारिश के कारण यमुना नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, और उन्होंने स्थानीय लोगों से बातचीत की। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा- "स्थिति नियंत्रण में है। हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा गया पानी शाम तक दिल्ली पहुंचने की उम्मीद है। इसके बावजूद, यहां से पानी का बहाव सही जगह पर है। प्रशासन ने यहां के निवासियों के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं कर दी हैं। आगे और भी बेहतर व्यवस्थाएं की जाएंगी। मैंने यहां के लोगों से मुलाकात की और उनके रहने-खाने की व्यवस्था देखी। यमुना के मैदान में ही पानी का बहाव है। लोगों के लिए सभी व्यवस्थाएं की जा रही हैं। हम किसी भी तरह की कठिनाई नहीं होने देंगे। मैंने आस-पास के राज्यों - जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड और हरियाणा से बात की है। हम उन्हें हर संभव मदद देंगे, जो भी जरूरी होगा। हम सब मिलकर इस संकट का सामना करेंगे।"