- पर्यावरण और समाज सुधार की दिशा में डीएम संजय चौहान का अनोखा कदम
- डीएम की इस पहल को समाजसेवियों ने सराहा
अमेठी। अमेठी जिलाधिकारी संजय चौहान ने पर्यावरण संरक्षण और समाज सुधार को एक नई दिशा देते हुए अनूठी पहल शुरू की है। अब जिले में शांतिभंग के आरोपियों को तभी जमानत मिलेगी जब वे अपनी जमीन या घर के आसपास पौधा लगाएंगे और उसकी देखभाल का संकल्प लेंगे। इस अभूतपूर्व कदम ने प्रशासनिक हलकों के साथ-साथ आमजन में भी उत्साह और प्रशंसा की लहर दौड़ा दी है।डीएम श्री चैहान के निर्देश पर तहसील स्तर पर शांतिभंग के मामलों में आरोपियों को पौधा लगाने की शर्त पर ही जमानत दी जाएगी। हर पेशी पर उन्हें अपने लगाए गए पौधे की फोटो मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश करनी होगी जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि पौधे की उचित देखभाल हो रही है यदि पौधा सूख गया या उसकी वृद्धि में कमी पाई गई तो आरोपी की जमानत तत्काल निरस्त कर दी जाएगी। डीएम श्री चौहान का कहना है कि पर्यावरण संरक्षण सिर्फ जिम्मेदारी नहीं बल्कि हर नागरिक का कर्तव्य है। पौधारोपण की शर्त से आरोपी अपने अपराध का प्रायश्चित करने के साथ-साथ समाज और पर्यावरण को भी योगदान देंगे। गौरतलब है कि डीएम संजय चैहान अपनी अनूठी कार्यशैली और साहसिक फैसलों के लिए पहचाने जाते हैं। उनकी इस ऐतिहासिक पहल की जमकर सराहना हो रही है। इससे पहले वर्तमान में बरेली जोन के डिप्टी हाउसिंग कमिश्नर मांगेराम चैहान ने अमरोहा और बिजनौर में एसडीएम रहते हुए इसी तरह की पहल कर करीब बीस पौधे लगवाए थे जिससे पर्यावरण संरक्षण की दिशा में उल्लेखनीय सफलता मिली थी। डीएम संजय चैहान की यह योजना न केवल पर्यावरण को संवारने का कार्य करेगी बल्कि जिले में हरियाली बढ़ने के साथ-साथ अपराधियों में भी सुधार की उम्मीद जगाएगी। डीएम की इस पहल से अमेठी के लोग गदगद हैं।
मिसाल बना अमरोहा-बिजनौर का पौधारोपण मॉडल, बरेली के डिप्टी हाउसिंग कमिश्नर मांगेराम चैहान की पहल को अमेठी डीएम ने आगे बढ़ाया
अमेठी/बरेली। देश में पर्यावरण संरक्षण को लेकर शुरू हुआ पौधारोपण मॉडल आज नई मिसाल बन चुका है। इस अनोखी पहल की शुरुआत वर्तमान में बरेली जोन के हाउसिंग कमिश्नर मांगेराम चौहान ने वर्ष 2019 में अमरोहा जिले में बतौर एसडीएम की थी। अमरोहा की नौगावां और धनौरा तहसील में उन्होंने शांतिभंग के आरोपियों को पौधारोपण की शर्त पर जमानत दिलाने का कदम उठाया था जिसके तहत हजारों पौधे लगाए गए। बाद में बिजनौर जिले में चांदपुर और नगीना एसडीएम रहते हुए भी श्री चैहान ने इस अभियान को जारी रखा और दोनों जिलों मे करीब बीस हजार पौधे आरोपियों से लगवाए। इस मॉडल की सफलता को देखते हुए कई न्यायालयों ने भी इसे अपनाया और अपराधियों को जमानत पौधारोपण की शर्त पर ही दी गई। अब इस पहल को अमेठी डीएम संजय चैहान ने एक कदम आगे बढ़ाते हुए जिले में लागू किया है। अमेठी में शांतिभंग के आरोपियों को पौधा लगाने के बाद हर पेशी पर उसकी फोटो मजिस्ट्रेट के सामने पेश करनी होगी। पौधे की ग्रोथ में कमी या उसके सूखने की स्थिति में आरोपी की जमानत रद्द कर दी जाएगी। बरेली डिप्टी हाउसिंग कमिश्नर मांगेराम चौहान ने अमेठी डीएम की इस पहल की प्रशंसा करते हुए कहा यह बेहतरीन कदम है। अगर सभी अधिकारी इस मॉडल को अपनाएं तो देश में पर्यावरण और समाज दोनों का भला होगा। उन्होंने कहा कि डीएम संजय चैहान की इस योजना से अमेठी में हरियाली बढ़ेगी और लोगों में कानून के प्रति जागरूकता भी आएगी। अमेठी और आसपास के क्षेत्रों में इस फैसले की सराहना हो रही है और लोग इसे पर्यावरण संरक्षण की दिशा में ऐतिहासिक कदम मान रहे हैं।