लखनऊ। राजधानी में हुई मूसलाधार बारिश के बाद नगर निगम की सक्रियता देखने को मिली। नगर आयुक्त गौरव कुमार ने बारिश के तुरंत बाद शहर के विभिन्न जलभराव प्रभावित इलाकों का दौरा कर पंपिंग स्टेशनों की स्थिति का जायजा लिया और अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए।निरीक्षण की शुरुआत गोमती नगर क्षेत्र से हुई, जहां नगर आयुक्त ने बाढ़ पंपिंग स्टेशन का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कुमार ने बारिश के बाद उत्पन्न जलभराव की स्थिति की समीक्षा की और मौके पर मौजूद अभियंताओं एवंकर्मचारियों को निर्देशित किया कि जल निकासी की प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि आम नागरिकों को जलभराव के कारण किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं होनी चाहिए।
इसके बाद नगर आयुक्त जनेश्वर मिश्रा पार्क के गेट नंबर 2 स्थित रेलवे अंडरपास के पास पहुंचे, जहां भारी जलभराव की स्थिति देखी गई। उन्होंने अधिशासी अभियंता जोन 4 अतुल मिश्रा को निर्देश दिए कि इस स्थान पर स्थायी पंप की व्यवस्था तत्काल की जाए, जिससे भविष्य में बार-बार जलभराव की समस्या उत्पन्न न हो।निरीक्षण का अगला पड़ाव चिनहट-2 क्षेत्र में मिनी स्टेडियम के समीप था, जहां भी जलभराव की समस्या सामने आई। हालांकि यहां पंप पहले से संचालित हो रहा था, लेकिन नगर आयुक्त ने पंप की क्षमता बढ़ाने के निर्देश देते हुए कहा कि अधिक प्रभावी जल निकासी के लिए अतिरिक्त या उच्च क्षमता के पंप लगाए जाएं।इसके उपरांत उन्होंने सपना स्वीट चैराहा स्थित पंप हाउस का भी निरीक्षण किया, जहां पंप पूरी तरह से सुचारु रूप से कार्य कर रहा था। उन्होंने संबंधित अधिकारियों की कार्यशैली की सराहना की और इसे इसी प्रकार बनाए रखने को कहा।अंत में, नगर आयुक्त गौरव कुमार ने नगर अभियंता अतुल मिश्रा को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि जोन के अंतर्गत आने वाले सभी जलभराव प्रभावित क्षेत्रों की पहचान कर वहां तत्काल प्रभाव से पंपों की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए। उन्होंने कहा कि निगम की सर्वोच्च प्राथमिकता नागरिकों को राहत देना और जलभराव की समस्या को न्यूनतम करना है।