इटावा कथावाचक कांड: मुकुटमणि यादव और संत सिंह हुए गायब, दोनों के फोन भी बंद
July 02, 2025
दांदरपुर गांव में जाति छिपाकर कथा वाचन करने के आरोप और उसके बाद हुए विवाद की जांच कर रही झांसी पुलिस को आरोपी कथावाचक अब तक नहीं मिले हैं। रविवार को जांच के सिलसिले में औरैया के अछल्दा पहुंचे विवेचक को कथावाचक मुकुटमणि यादव के किराए के मकान पर ताला लटका मिला, जबकि दूसरे कथावाचक संत सिंह के घर पर उनका परिवार मौजूद था लेकिन खुद वह घर पर नहीं मिले। दोनों के मोबाइल फोन भी बंद मिले, जिससे जांच में फिलहाल अड़चन आ गई है।
बताते चलें कि 21 जून को दांदरपुर गांव में कथा के दौरान कथावाचकों की जाति सामने आने पर ग्रामीणों ने कथित रूप से उनके साथ मारपीट की थी। आरोप है कि मुकुटमणि यादव की चोटी काट दी गई और संत सिंह का सिर मुंडवा दिया गया।
23 जून को घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद संत सिंह की ओर से दो नामजद व 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। वहीं 24 जून को कथा की यजमान महिला ने कथावाचकों पर जाति छिपाकर धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लगाते हुए भी मुकदमा दर्ज कराया था।
इन मामलों की विवेचना शासन के निर्देश पर झांसी पुलिस को सौंपी गई है। रविवार को झांसी से पहुंचे विवेचक पूंछ थाने के प्रभारी निरीक्षक जेपी पाल पहले दांदरपुर गांव पहुंचे, जहां उन्होंने कथा के आयोजकों और ग्रामीणों से बातचीत कर करीब 10 लोगों के बयान दर्ज किए।
इसके बाद वह देर शाम औरैया के अछल्दा कस्बे में कथावाचक मुकुटमणि यादव के किराए के मकान पर पहुंचे, जहां ताला लटका मिला। पड़ोसियों और मकान मालिक से पूछताछ में पता चला कि घटना के बाद से ही मुकुटमणि वहां नहीं आए हैं।
इसके बाद विवेचक संत सिंह के घर पहुंचे। वहां उनकी पत्नी और बच्चे तो मिले लेकिन संत सिंह का कोई पता नहीं चला। परिवारजन भी उनकी लोकेशन नहीं बता सके। विवेचक ने परिजनों से आग्रह किया कि संत सिंह तक यह संदेश पहुंचा दें कि वह जल्द जांच अधिकारी से संपर्क कर अपना बयान दर्ज कराएं।
विवेचक जेपी पाल ने बताया कि दोनों कथावाचक फिलहाल अपने घरों से गायब हैं और उनके मोबाइल फोन भी बंद हैं। अगला कदम उनके पैतृक गांव जाकर संपर्क करने का होगा। उन्होंने कहा कि मामले की निष्पक्ष और गहराई से जांच की जा रही है और जल्द ही सभी पक्षों से बयान लेकर रिपोर्ट तैयार की जाएगी।