बलिया। जनपद के नरहीं थाने के एक गांव में आज दोपहर में एक 14 वर्षीय किशोरी की झोपड़ी में साड़ी के फंदे से फांसी लगाने का मामला प्रकाश में आया है। शनिवार को मामला तूल पकड़ लिया। भीम आर्मी संगठन एवं आजाद समाज पार्टी की सैकड़ों महिलाएं एवं पुरुष पीड़ित परिवार के घर के बाहर धरने पर बैठ गए और आरोप लगाया कि किशोरी एक मुकदमे में गवाह थी। इसलिए उसका पहले बलात्कार और फिर हत्या किया गया है। मृतक किशोरी की मां ने गांव के ही चार लोगों पर नामजद तहरीर दिया है। मौके पर नरहीं थानाध्यक्ष नदीम अहमद फरीदी भी पुलिस बल के साथ तैनात रहे। किशोरी की मां का आरोप है कि मृतक किशोरी अपने भाभी के साथ छेड़छाड़ एवं एससीध्एसटी मुकदमें में गवाह थी। इसके लिए आरोपी सुलह के लिए दबाव में थे और धमकी भी दे रहे थे।
बताते चलें कि टुटुवारी गांव के सिवान में खेत में झोपड़ी डाल कर एक दलित परिवार रहता है। मृत किशोरी की भाभी से 29 -9-2024 को छेड़खानी करने की शिकायत पर 4-10-2024 को गांव के ही एक व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया। इसके बाद 27 अक्टूबर 2024 को चार लोग रात में किशोरी के घर जाकर मुकदमा सुलह करने का दबाव बनाने लग। इसके बाद धमकी भी दिए। मुकदमें में गवाह किशोरी का शव झोपड़ी में साड़ी के फंदे से लटका मिला। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय भेज दिया, लेकिन शनिवार को भीम आर्मी संगठन एवं आजाद समाज पार्टी बलिया बक्सर के सैकड़ों लोग घटना स्थल पर पहुंचकर नौ बजे धरने पर बैठ गए और मांग किया है कि बलात्कार और हत्या का मुकदमा दर्ज कर तत्काल गिरफ्तारी हो। पीड़ित परिवार को 50 लाख की आर्थिक सहायता आवास एवं नौकरी दिया जाए। पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार कर रही है। धरने पर बैठे लोगों में सोनू टैगोर, अंशू राव, वीरू, राकेश कुमार भारती, रामजी सहाय, दुष्यंत निराला, बब्लू भारती आदि रहे।