समाज के बंधुओं अब मेरी समझ में आया कि खुद को आज भी गलत फहमी में रखने वाला नंदवंशी समाज आजादी से आज तक सत्ता से क्यों वंचित रहा और आज एक भी विधायक न पाने पर इसे शर्म क्यों नहीं आई क्योंकि समाज को ऊपर उठाने का ठेका वर्तमान या पूर्व कर्मचारी अधिकारी लेते रहे हैं
और आम लोगों को उसमें उलझाकर रखा उन्हें डर रहा कि यदि हमने समाज का राजनीतिककरण किया और सत्ता में ले जाने का प्रयास किया तो हमारी नौकरी या पेंशन अथवा अपने द्वारा किए गए घोटालों की जांच हो जाएगी हालांकि संगठनों के माध्यम से उनका प्रयास समाज के हित में रहा होगा लेकिन गरीब लोग संगठन चला नहीं सकते थे और नौकरी वाले साहस नहीं जुटा सकें जब मैं भी कई पार्टी बनवाकर थक गया और समाज के जागरूक व्यक्ति धर्मशाला, मंदिर ,प्रतिमा सम्मान समारोह सामूहिक शादी समारोह सहित गुलाम बनाकर रखने वाली पार्टियों में भी अपनी जुगाड़बाजी में लगा रहे तो समाज का आम आदमी केवल वोट डालने से ज्यादा नहीं सोच सका 2011 पावर प्रोजेक्ट के रूप मे कागजों पर बनाएं मेरे द्वारा सत्ता में जन संख्या अनुपात की हिस्सेदारी को लेकर मैंने केशव देव मौर्य महान दल ,राम अवतार सैनी राष्ट्रीय महान दल सरजीत सिंह खंड साल को अपनी जिंदगी अपना दल
आचार्य प्रमोद कृष्णम, स्वामी चक्रपाणि,कैलाशानद महाराज जी, स्वामी प्रसाद मौर्य जी, पूर्व विधायक रसड़ा उमाशंकर आयकर आयुक्त बहन प्रीता हरित सहित कई आईएएस आईपीएस अधिकारियों को पार्टी बनवाई और कई को प्रेरित किया और किसी को याद आए तो मेरे द्वारा 2009 में महान दल 2011 राष्ट्रीय महान दल वर्तमान विधायक रामअवतार सैनी कल्कि पीठाधीश्वर जी को हिंदूस्थान यूनाइटेड मूवमैंट सहित उपरोक्त लोगों को यह एग्रीमेंट कर पार्टी बनवाई की मैं तो पत्रकारिता करता रहूंगा और यदि आप लोग जनसंख्या अनुपात में अतिपिछड़ों को टिकट देंगे तो मैं आपकी पार्टी का गठबंधन बड़ी पार्टियों से करा सकूंगा जिसके लिए मेरे द्वारा 2011 में भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह नितिन गडकरी, लालूजी नेता जी मुलायम सिंह यादव बसपा नेता घनश्याम घरवार कांग्रेस के अहमद पटेल सलमान खुर्शीद यहां तक कि दो साल पहले अखिलेश जी से भी प्रयास किया लेकिन सभी लोग अपनी अपनी जुगाड़बाजी में खड़े दिखाई दिए, जिस कारण अच्छे खासे पत्रकार को अपनी बीस साल पुरानी पत्रकारिता और राजनीतिक सम्बंधों को ताक पर रख खुद पार्टी बनाकर मैदान में आना पड़ा लेकिन इसमें भी अराजनीतिक व्यक्तित्व के धनी होने के कारण कुछ अपने ही नाराज़ हो गए और जो साथ चलते थे वहीं रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट मांगने लगे यह भी नहीं सोचा कि हम तो चुनाव आयुक्त से खुद मिलकर आएं हैं सबकुछ पता है फिर भी नाराज़ होने के बाद यह नहीं सोचा कि रजिस्ट्रेशन की जो प्रक्रिया है वह तो कंपलीट चल रही है आयोग से चिठ्ठी पर चिठ्ठी आ रही है राष्ट्रीय अध्यक्ष ने समस्त पत्रावली पूरी कर आयोग में जमा करा रखी है आयोग व वर्तमान सरकार की मंशा जगजाहिर है फिर भी रजिस्ट्रेशन लेना प्रत्येक मतदाता का संवैधानिक अधिकार है कोई भी पार्टी बना सकता है इसके बावजूद चंद लोग भले ही चमचागिरी कराने वाले अन्य दलों से बायलाज या रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट पूछने की हिम्मत न जुटा सकें लेकिन समाज को ही नहीं तमाम अतिपिछड़ी जातियों में सत्ता की भूख जगाकर आधा रास्ता सबसे कम समय में पार कर चुके विनेश ठाकुर से सवाल करते नहीं थकते, एक दो तो यह भी कहते हैं कि खुद मुख्यमंत्री बनने की जगह स्वामी प्रसाद मौर्य को मुख्यमंत्री क्यों घोषित कर दिया शर्म करो यार उनके सामने हमारी क्या हैसियत है वह अबतक अन्य पार्टियों में रहकर सैकड़ों विधायक सांसद मंत्री जिला पंचायत चेयरमैन बना चुके हैं और लाखों नौकरी दे चुके हैं जहां जाते हैं बड़ा मीडिया घंटों उनका इंतजार करता है खैर कल पत्रकार और राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के नाते उपमुख्यमंत्री से मुलाकात कर समाज की समस्याओं से अवगत कराया तो एक भाई लिख रहा है भाजपा में विलय कर रहे हो क्या,कल अखिलेश यादव जी मुलाकात होगी तो कहेंगे सपा में विलय कर रहे हो क्या बहन जी मिलूंगा तो घर बैठे बैठे कहेंगे बसपा में विलय कर रहे हो क्या, चंद्रशेखर आजाद से मुलाकात करेंगे तो कहेंगे आजाद समाज पार्टी में विलय कर रहे हो क्या, खैर मन की बात लिख रहा हूं क्योंकि मैं समाज में जन्मा हूं उसके लोगों का सम्मान और सहयोग करना मेरा नैतिक कर्तव्य है वैसे भी समाज समाज होता है समाज में सभी बराबर होते हैं बस अंत में मुझे खुशी है कि मेरा 90 प्रतिशत समाज जिसे सत्ता में जाकर जातिगत सम्मान पाना है और वह डर से जाति नहीं बदलता वह मेरे साथ खड़ा हो गया है ,नेगेटिव विचार रखने वाले लोगों की मुझे आवश्यकता नहीं है बस चाहता हूं वह जहां भी रहे सम्मान पाने में पीछे न रहे जन सेवा दल का कारवां आठ माह में बड़े पैमाने पर चर्चा का विषय बन गया है मैं सभी दलों से बात करूंगा जहां मुझे समाज हीत दिखाई देगा उससे गठबंधन करने में पीछे नहीं हटूंगा यदि मौर्य जी भी मेरी शर्तें नहीं मानेंगे तो मैं उनके साथ भी नहीं रहूंगा हमने नौ दलों को लेकर लोक मोर्चा बनाया है जो भी मेरे समाज को ही नहीं अतिपिछड़ों को जन संख्या अनुपात में हिस्सेदारी देगा मैं उसके साथ रहूंगा मैं चाहता हूं जन सेवा दल के शुभचिंतक नेगेटिव विचार धारा रखने वाले लोगों को सही से समझाने का काम करें और एक नाव मे बैठे यदि मैं 2027 में कामयाबी न दिला सका तो पार्टी खत्म कर अपनी पत्रकारिता करूंगा क्योंकि मेरा असली काम पत्रकारिता है मुझे चुनाव नहीं लड़ना और यह भी ध्यान रखें मुझे उत्तर प्रदेश के प्रत्येक जिले में एक एक जिताऊं सीट लिखकर भेजें जिसे गठबंधन दल अपने प्रत्याशियों की तरह पार्टी फंड देकर चुनाव लड़ाएगा यदि कोई साथी दल हमें मुख्यमंत्री बनाने का एग्रीमेंट करेगा तो प्रत्याशियों के लिए फंड की व्यवस्था हम करेंगे अपने विनेश भईया पर भरोसा बनाए रखें यदि चुनाव के समय जन सेवा दल या हमारे गठबंधन दल की हवा चले तो वोट दें वरना एक भी वोट देकर बर्बाद न करें फिलहाल सवाल वोट का नहीं पार्टी की हवा चलाने का है सभी बड़ी पार्टियां विधान केसरी सम्पादक विनेश ठाकुर के सम्पर्क में हैं राष्ट्रीय अध्यक्ष के नहीं और मैं पूरी तरह संतुष्ट हूं कि जन सेवा दल का कारवां तेजी से सफलता की ओर बढ़ रहा है कुछ लोग फर्जी ईगो में समाज को जानें अनजाने नुकसान करने में लगे हैं उनकी मंशा है कि मेरा घर आबाद हो न हो विनेश ठाकुर का कैसे बर्बाद हो,छ महीने में विनेश ठाकुर और जन सेवा दल कैसे चर्चाओं में आ गया किसी तरह गुस्से में आकर विनेश पार्टी खत्म कर अपनी पत्रकारिता करें लेकिन मैं बार बार बोल रहा हूं लिख रहा हूं कि मुझे केवल मौत रोक सकतीं और कोई नहीं जब मैं मुख्यमंत्री से नहीं डरता तो अपनों से क्या डरूंगा वैसे भी संविधान को सबसे बड़ा ग्रंथ और लोकसभा विधानसभा को सबसे बड़ा मंदिर मानने वाले किसी से डरते नहीं है वैसे भी यदि इस समय नहीं जागे तो भविष्य में झेल नहीं पाओगे आने वाली पीढ़ियां भी हंसेगी कि कितने घटिया लोग थे।
नमस्कार ,
विनेश भईया लखनऊ से और विनेश ठाकुर विधान केसरी सम्पादक 8954600000