सोनभद्र। जैसा कि सर्व विदित है कि कमोवेश सभी सरकारी तंत्रों में रिश्वतखोरी लगभग बनी हुई हैं। यही स्थिति स्वास्थ्य विभाग की भी है, जिसे आमतौर पर सर्वाधिक भ्रष्ट विभागों में माना जाता है और जिसके कारण आम जन अत्यंत कुप्रभावित हैं, जिसमें जनहित से जुड़े कुछ विभिन्न बिंदुओं पर आपका ध्यान आकर्षित कराना है। मुख्यालय पर चल रहे अवैध हॉस्पिटलों में दलालों को मिलता है मरीज लेजाने का मोटी रकम।लोढ़ी हॉस्पिटल के सहारे चल रहे हैं दर्जनों अवैध हॉस्पिटल जैसा की आप को बला दे कि प्राइवेट हॉस्पिटल में अप्रशिक्षित डॉक्टर कर रहे हैं ऑपरेशन जिसकी वजह से आम जनजीवन अन्याय व अत्याचार से अस्त व्यस्त हो रहा है लगभग यही स्थिति हर प्राइवेट हॉस्पिटलों की है। जिसे आमतौर पर सर्वाधिक भ्रष्ट विभागों में माना जाता है और जिसके कारण आम जन अत्यंत को प्रभावित है जिसमें जनहित में जुड़े कुछ विभिन्न बिंदुओं पर आधारित है। बड़े-बड़े हॉस्पिटलों पर नाम का बोर्ड लगाकर मरीजों से मोटी रकम वसूला जाता हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक के नाम पत्र जिलाधिकारी के नाप सौपा एडीएम को। व्यक्तिगत स्तर पर एक लीगल नोटिस प्रेषित करते हुए इस संबंध में अविलंब कार्यवाही किए जाने की मांग भी की है।आजाद अधिकार सेना द्वारा यह प्रत्यावेदन प्रस्तुत करते हुए बीबीसी रिपोर्ट में अंकित तथ्यों का संज्ञान लेते हुए समुचित कार्यवाही किए जाने हेतु केंद्र सरकार और राज्य सरकार को निर्देशित किए जाने की प्रार्थना की जाती है. इसमें रिपोर्ट के सही पाए जाने पर दोषी अधिकारियों को निलंबित करते हुए उनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई करने के साथ एफआईआर दर्ज कराए जाने की प्रार्थना पत्र शामिल है।ज्ञापन देने वाले में डॉ शोबित सिंह,जिला महिला बिग्रेड अध्यक्ष डॉ सुषमा सिंह,अरविंद जायसवाल,सावित्री देवी,लवकुश मौजूद रहे।
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