बलियाः ईद-उल-अजहा रू मुल्क की सलामती के लिए अल्लाह का सजदा करने के बाद मांगी दुआ
June 07, 2025
बलिया। मुस्लिम समाज की ओर से ईद-उल-अजहा (बकरीद) का त्योहार शनिवार को अकीदत के साथ मनाया गया। नगर व ग्रामीण क्षेत्रों की मस्जिदों, ईदगाहों पर मुस्लिम बंधुओं ने पूरी अकीदत के साथ बकरीद की नमाज पढ़ी। पूरे जनपद में 350 ईदगाह और मस्जिदों में नमाज अदा की गई।
मुस्लिम समुदाय ने नमाज के बाद देश में अमन चैन व तरक्की के लिए दुआ मांगी। इसके बाद एक दूजे को गले लगाकर बकरीद की बधाई दी। इसके बाद कुर्बानी देने का सिलसिला शुरू हो गया। नगर में सुरक्षा के मद्देनजर मस्जिदों और ईदगाह पर भारी तादाद में पुलिस फोर्स तैनात रही। विशुनीपुर मस्जिद के इमाम ने बताया कि मुस्लिम समुदाय में दो त्योहार बड़े माने जाते हैं। एक रमजान के बाद आने वाला ईद उल फितर और दूसरा ईद उल अजहा जो रमजान के 2 महीने 10 दिन बाद आता है। यह कुर्बानी का दिन होता है।
बकरीद का पर्व इस्लाम के पैगम्बर इब्राहिम व उनके बेटे इस्माइल की याद में मनाया जाता है। हजरत इब्राहिम ने अपने बेटे इस्माइल की कुर्बानी अल्लाह की बारगाह में पेश की थी, जो अल्लाह को पसंद आई थी। सुबह से ही नगर व ग्रामीण क्षेत्र के मस्जिदों पर लोगों का जमावड़ा शुरू हो गया। मस्जिदों और इबादतगांहों पर जगह पाने के लिए सुबह से ही मुस्लिम बंधु निकल पड़े। निर्धारित समय पर मस्जिद व ईदगाह खचाखच भर गईं। तय समय पर ईद उल अजहा की नमाज अदा की।
विशुनीपुर स्थित जामा मस्जिद, गुदरी बाजार स्थित बड़ी मस्जिद, राजपूत नेवरी काजीपुरा, बहेरी स्थिति ईदगाह पर नमाज पढ़ी गई। जिलधिकारी मंगला प्रसाद सिंह और पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने सभी मस्जिदों का भ्रमण करते रहे। नमाज खत्म होने के बाद उन्होंने नमाजियों को मुबारकबाद दी। रसड़ा के ईदगाह में इमाम मौलाना सरवर कासिमी, मस्जिद हज्जिन पर मौलाना अख्तर करहानी तथा मुंसफी मस्जिद पर हाफिज एनामुल हक पुरानी मजीद में मुक्ति असर रजाकिया मजीद में हाफिज शफीक उत्तर पट्टी में मौलवी नईम ने ईद-उल-अजहा की नमाज अदा कराई। कोटवारी, गढिया, सरदासपुर, मुड़ेरा, सरायभारती, अमहर, जाम, टिकादेवरी आदि गांवों में भी धूम रही। बेल्थरारोड के जामा मस्जिद, उमरगंज, बिठुआ, जहीरगंज, फरसाटार, बांसपार बहोरवां, पिपरौली बड़ागांव, अवाया समेत ग्रामीण क्षेत्र के ईदगाहों में पूरी अकीदत के साथ बकरीद की नमाज अदा की। नमाज के बाद पशुओं की कुर्बानी दी गई। सिकंदरपुर के मोहल्ला बड्ढा स्थित औलिया मस्जिद में डॉ. सय्यद सेराजुद्दीन अजमली के इमामत में नमाज पढ़ी गई। मोहल्ला मिल्की स्थित शाही जामा मस्जिद में कारी फिरोज की इमामत में नमाज पढ़ी गई। ईदगाह पर इमाम अख्तर की इमामत में बकरीद की नमाज अदा की गई। नमाज के बाद खत्बा पढ़ा गया। पूर, पकड़ी, गढ़मलपुर, जगदरा, जनुआन, खेजुरी, खरसरा, बहेरी, मासूमपुर इत्यादि गांवों स्थित मस्जिदों में नमाज अदा की गई।