पीलीभीतः अधिवक्ता सम्मान से बार काउंसिल आफ यू पी एवं हाई कोर्ट इलाहाबाद को खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा- रविंद्र कुमार सिंह
June 04, 2025
पीलीभीत। संयुक्त बार एसोसिएशन ऑफ उत्तर प्रदेश लखनऊ के प्रदेश अध्यक्ष विद्वान अधिवक्ता रविंद्र कुमार सिंह ने कहा है बार काउंसिल आफ यू पी प्रदेश के लाखों अधिवक्ताओं के हितों की कोई रक्षा नहीं कर रही है अधिवक्ता सम्मान से बार काउंसिल आफ यू पी अथवा माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद को कतई खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा। यह विचार श्री सिंह ने अपने मुख्य अतिथि उद्बोधन पीलीभीत में इतिहास में पहली बार सिविल बार एसोसिएशन परिसर में एडवोकेट बाबू राम शरण कटियार के नवनिर्मित सभागार में संयुक्त बार एसोसिएशन ऑफ उत्तर प्रदेश लखनऊ के तत्वाधान में आयोजित मंडलीय अधिवक्ता सम्मेलन में व्यक्त किए। सम्मेलन की अध्यक्षता सिविल बार एसोसिएशन अध्यक्ष विवेक पांडे ने की कुशल संचालन सिविल बार सचिव एवं संयुक्त बार एसोसिएशन लखनऊ के मंडलीय अध्यक्ष मोहन गिरी गोस्वामी ने किया। मुख्य अतिथि उद्बोधन में मेरठ से पधारे प्रदेश अध्यक्ष विद्वान अधिवक्ता रविंद्र कुमार सिंह ने कहा प्रत्येक विद्वान अधिवक्ता विद्वत समाज का एक सजक प्रहरी होता है विडंबना है कि देश में श्रमिकों व फसलों का न्यूनतम दर कानूनी रूप से निश्चित है खेद जनक है कि अधिवक्ता एकमात्र ऐसा अपवाद है जो शासन व न्याय द्वारा स्थापित होने वाली नैतिक मूल्यों की स्थापना के लिए बगैर किसी अनुदान या मानदेय के चिलचिलाती गर्मी जाड़े बरसात टीन शेड में या खुले आसमान के नीचे दीवाल के किनारे आवश्यक मूलभूत सुविधा के पूर्ण अभाव में अपने न्यायिक कर्तव्यों का निर्वहन बाद करी के हित में पूरी निष्ठा एवं ईमानदारी के साथ करता है जबकि सभी संबंधित न्यायिक अधिकारी गण को अपेक्षाकृत उसके काम कार्य निर्वहन के लिए शासन द्वारा लाखों रुपए प्रतिमाह प्रदान किया जाता है उसके बावजूद केंद्र व उत्तर प्रदेश की सरकारों द्वारा एवं बार काउंसिल आफ इंडिया तथा बार काउंसिल आफ यू पी द्वारा आज तक न्याय व्यवस्था के सुलभ संचालन हेतु अधिवक्ताओं के लिए योजना बद्ध एवं लोक कल्याणकारी योजनाओं का क्रियावन नहीं किया गया है जो संविधान द्वारा निर्धारित प्रदत्त नीति निर्देशक तत्वों के ठीक प्रतिकूल है अधिवक्ताओं को उनके हाल पर छोड़ दिया गया है। ऐसी दशा में प्रदेश के समस्त बार एसोसिएशन को एक साथ लेकर संयुक्त बार एसोसिएशन ऑफ यू पी लखनऊ के रूप में एक बड़ी ताकत तैयार करके एक साथ एक समय एक योजना का कार्यक्रम के सिद्धांत के आधार पर संघर्ष करते हुए वकीलों की समस्याओं के बाबत उनके सुझावों के आधार पर समस्याओं के प्रभावी निराकरण के लिए इस संगठन को खड़ा किया गया है। सभी अधिवक्ता इस मंच से जुड़कर इसे मजबूत बनाएं जिससे वकीलों की दशा व दिशा में सुधार हो सके और वकीलों की मूलभूत समस्याओं का निराकरण कराया जा सके विशिष्ट अतिथि दिनेश चंद्र पांडे ने कहा आज वकील सुरक्षित नहीं है इसीलिए अन्य प्रदेशों की तरह यू पी की योगी सरकार शीघ्र अधिवक्ता सुरक्षा कानून उत्तर प्रदेश में लागू करें हमारा संगठन बार काउंसिल ऑफ यूपी के समानांतर संगठन कभी नहीं हो सकता हम या हमारे सदस्य व पदाधिकारी बार काउंसिल आफ यू पी का सदस्य पद का चुनाव कभी नहीं लड़ेंगे। जिला संयुक्त बार एसोसिएशन के पूर्व वरिष्ठ कार्यकारिणी सदस्य अधिवक्ता पत्रकार अरुण भारद्वाज ने सभागार में सभी को पत्रकारिता दिवस की बधाई देते काव्य पाठ करते हुए कहा। ष्भ्रष्ट हुए न्यायिक अधिकारी भ्रष्ट हुआ सरकारी तंत्र सहमा सहमा न्याय खड़ा है झूठ का उसको मिलता मंत्रष् पत्रकारिता से जुड़ी कविता सुनाते कहा ष्पत्रकारों ने कलम क्या रोशनाई बेच दी मान्यताएं तोड़ दी सब बेच दी खुद्दारियांष् सम्मेलन में गोरखपुर से पधारे धीरेंद्र द्विवेदी आनंद कुमार श्रीवास्तव संदीप कुमार मिश्रा बार काउंसिल सदस्य पद के प्रत्याशी बीसलपुर के कुलदीप जौहरी जिला संयुक्त बार अध्यक्ष धीरेंद्र मिश्रा सिविल बार पूर्व अध्यक्ष सुश्री स्नेह लता तिवारी नवनिर्वाचित अध्यक्ष आलोक नगाइच पूर्व अध्यक्ष अजय सक्सेना अक्कू नवनिर्वाचित सचिव मोहन स्वरूप गंगवार देव गुप्ता संयुक्त बार के पूर्व उपाध्यक्ष एवं कांग्रेस के प्रवक्ता हेमंत मिश्रा सेंट्रल बार पूर्व अध्यक्ष अशोक बाजपेई पूर्व सचिव विवेक अवस्थी अध्यक्ष सरोज बाजपेई संयुक्त बार के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अश्वनी कुमार सिंह अभिषेक गुप्ता सुनील शुक्ला संजय बरूआ अशोक पाठक भगवान दास शर्मा निर्वान सिंह अजय किशोर शर्मा सचिन मिश्रा आदि वकीलों ने अधिवक्ता सुरक्षा कानून लागू करने एवं प्रदेश की सभी अदालतों में सीसीटीवी कैमरा लगाने तथा नए वकीलों को 7 साल तक 15000 मासिक भत्ता दिलाने 60 साल से ऊपर वकीलों को पेंशन दिए जाने आदि की मांगों को पुरजोर तरीके से उठाया बार काउंसिल ऑफ यू पी द्वारा वकीलों के हितों पर लगातार चल रहे नकारात्मक रवैया पर आक्रोश व्यक्त किया गया। सम्मेलन सुबह 10रू00 बजे से शाम 5रू00 बजे तक चला समापन सहभोज एवं वकील एकता जिंदाबाद नारे के साथ हुआ।