बलिया: कवि सम्मेलन! जुल्मी धूप सताए है, बेचैन किया है गर्मी ने..
June 09, 2025
बलिया। उत्तर प्रदेश साहित्य सभा व साहित्य चेतना समाज के तत्वावधान में शहर के कुंवर सिंह इंटर कॉलेज में आयोजित काव्य गोष्ठी की शुरुआत मां सरस्वती की वंदना से की गई।
तत्पश्चात पवन तिवारी ने प्रेम को सुवासित कर श्तुम जीवन की शहनाई हो। तुम से रोशन हर इक महफिल विरह नदी की तन्हाई होश् से गोष्ठी को ऊंचाई दी। वरिष्ठ कवि डॉ शशी प्रेमदेव ने उमस में सुकून तलाशते सामयिक दोहे श्काट दिया हमने उसे कहकर कड़वी नीम। पुरखों ने माना जिसे सबसे बड़ा हकीमश् सुनाकर आमजन को सोचने पर विवश कर दिया।
संयोजक डॉ नवचंद्र तिवारी ने शोले बरसाते मौसम की शरारत को श्जुल्मी धूप सताए है, बेचैन किया है गर्मी ने। छाया मिले कहां से अब,जब कांटा पेड़ बेधर्मी नेश् सुनाकर वाहवाही लूटी और पड़ोसी देश को ललकारते हुए कहा श्यदि गोली तूने दागी तो गोला हम बरसाएंगे। तेरे अस्त्रों को यूं ही हम हवा में मार गिराएंगे सेश् उत्साह का संचार किया।
विजय मिश्र ने श्जिंदगी में जिन्हें तड़पते देखाध् भोजन के लिए तरसते देखाश् सुनाकर गरीबी व अभाव पर करारा व्यंग्य किया। रामेश्वर सिंह ने सब कुछ लुटाकर जग में अमीर न होते। अगर ढाई आखर प्रेम न पढ़ते तो कबीर कबीर न होतेश् मस्त क्षणिकाएं से तालियां बटोरीं।
डॉ फतेहचंद बेचैन ने श्सारा हिंदुस्तान तिरंगाध् आन - बान और शान तिरंगाश् सुनाकर देश भक्ति का जज्बा भरा तो सुनीता पाल ने अपने दमदार दोहों व मुक्तक से प्रेम का रस्वादन कराया। मौके पर विनोद सिंह, संतोष कुमार गुप्ता, राजीव कुमार, दिव्या आदि थे। अध्यक्षता पवन तिवारी ने की संचालन डॉ नवचंद्र ने तिवारी ने किया। आभार युवा उद्घोषक श्वेता पांडेय मिश्र ने किया।