कन्नौज: शत्रु संपत्ति घोषित होने तक राज्य सरकार को देखरेख में रहेगी जमीन पांच गाटों से जुडी जमीन पर एसडीएम ने सुनाया फैसला! बीवी हलीमा की संपत्ति को सरकार में निहित की गई
June 11, 2025
छिबरामऊ/कन्नौज। आखिर कार हलीमा बीवी से जुड़ी छिबरामऊ देहात की संपत्ति को शत्रु संपत्ति घोषित होने के अग्रिम आदेशों तक राज्य सरकार के निहित कर दी गई है । इसमें छिबरामऊ देहात से जुड़े पांच गाटों की जमीन से जुड़ा आदेश एसडीएम द्वारा किया गया है।
नगर के मोहल्ला विरितया निवासी हलीमा बीवी के पाकिस्तान चले जाने के बाद उनसे जुड़ी जमीनों पर भू माफियाओं की नजर लग गई थी ।इसको लेकर वह भूमाफियाओं ने जमकर फर्जी वाडा किया। यहां तक की विरासत दर्ज करने और जमीनों को ऊंचे दामों में बेचकर बैनामे तक कर दिए गए । किसान नेता गोपाल दुबे टांडा द्वारा जब इस मुद्दे को उठाया गया ।तब स्थानीय प्रशासन सक्रिय हुआ किसान नेता की शिकायत के बाद उप जिलाधिकारी ज्ञानेंद्र कुमार द्विवेदी ने हलीमा बीवी से जुड़ी संपत्तियों की जांच कराई ।और फिर लंबी कवायत के बाद छिबरामऊ देहात से जुड़े पांच गाटों की संपत्ति को राज्य सरकार के निहित करने के आदेश पारित कर दिए। हल्ककि किसी संपत्ति को शत्रु संपत्ति घोषित किए जाने को लेकर उनके द्वारा पहले ही गृह मंत्रालय को पत्र भेजे जा चुका है।प्रशासन की इस कार्रवाई से भू माफियाओं में हड़कंप मचा है ।इस संबंध में उप जिलाधिकारी ज्ञानेंद्र कुमार द्विवेदी ने बताया कि गृह मंत्रालय द्वारा जब तक शत्रु संपत्ति घोषित नहीं की जाती है ।तब तक अग्रिम आदेशों तक हलीमा बीवी से संबंधित छिबरामऊ देहात से जुड़ी पांच गाटा संख्या की संपत्ति को लावारिस मानते हुए राज्य सरकार में निहित कर दी गई है । ताकि जमीन को सुरक्षित करने के लिए क्रय विक्रय खुर्द बुद और दूर प्रयोग ना हो सके ।उन्होंने बताया कि शत्रु संपत्ति घोषित होने पर जमीन को हस्तगत कर दिया जाएगा ।भूमि माफियाओं ने शांत बैठने के लिए पहले दिए रूपयो का ऑफर प्रार्थना पत्र सौंपकर एसपी से लगाई सुरक्षा की गुहार पाकिस्तान चली गई मोहल्ला बिरितया को हलीमा बीवी से जुड़ी संपत्ति का मामला उजागर करने वाले किसान नेताओं को अब भूमि माफिया द्वारा जान माल की धमकी दी जा रही है किसान नेता डीएम और एसपी से मिले। और उन्हें प्रार्थना पत्र सौपा कर सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराए जाने की मांग की है ।
नगर के मोहल्ला त्रिपाठी नगर निवासी गोपाल दुबे पुत्र सुभाष चंद्र दुबे ने बताया कि वह भारतीय किसान औनू मैं पूर्व प्रदेश महासचिव का पदाधिकारी थे। उसके द्वारा 14 म ई को शत्रु संपत्ति एवं बॉक्फ बोर्ड की जमीन को भूमाफियाओं के द्वारा कब्जा कर रहे फर्जी तरीके से बिक्री करना और कई जमीनों पर कब्जा करना मोहल्ला विरितया की हलीमा बीवी के नाम से 150विघा से भी अधिक बीघा जमीन छिबरामऊ देहात से लेकर नगर में थी। 1947 में भारत-पाकिस्तान के विभाजन के बाद 1948 में हलीमा बीवी पाकिस्तान चली गई ।जो फिर कभी वापस नहीं आई उनकी बेश कीमती जमीन पर भूमि माफियाओं की नजर लग गई और उन्होंने फर्जी तरीके से बिक्री करना कई जमीनों को कब्जा और छिबरामऊ देहात क्षेत्र में भी कई गांव में भी उनकी बेश कीमती जमीन अभी भी पड़ी हुई है। जिसको जिलाधिकारी द्वारा 14 मई को एसडीएम छिबरामऊ को आदेश दिए गए थे ।जिस पर एसडीएम के द्वारा जांच करवा कर हलीमा बीवी की जमीन को चिन्हित किया गया।जो जमीन पर कब्जा किए थे। इसी बात की रंजिश मानते हुए वहभू माफिया उसको लगातार धमकी दे रहे हैं। साथ ही रूपये का ऑफर दे रहे हैं। कि तुम पैसे ले लो और शांत बैठकर जाओ अगर शांत नहीं बैठते तो तुमको जान से मार देंगे जबकि हलीमा बीवी की जमीन शत्रु संपत्ति है ।हलीमा बीवी की सारी जमीन राज्य सरकार एवं भारत सरकार अपने कब्जे में ले जिसकी सारी जिम्मेदारी राज्य सरकार एवं भारत सरकार की है किसान नेता ने भूमि माफिया से जान माल की सुरक्षा किए जाने की गुहार उन्होंने कहा कि उन्हें लगातार धमकियां मिल रही हैं ।
बीबी हलीमा की जमीन पर कॉलोनी भी हुई स्वीकृत मोहल्ला सैयद वाडा मैं प्रधानमंत्री योजना से कॉलोनी भी बीवी हलीमा की जमीन पर स्वीकृत कर दी गई है। जिसको लेकर किसान नेता भारतीय किसान औनू के पूर्व प्रदेश महासचिव गोपाल दुबे उर्फ टांडा ने बताया कि मोहल्ला सैयद वाडा मे 8, 10 कॉलोनी बीबी हलीमा की जमीन पर भरी गई है। जिसको लेकर लेखपाल नगर पालिका के अधिकारियों व कर्मचारियों ने पास भी कर दिया। जिसकी शिकायत उप जिला अधिकारी से की है ।किसान नेता गोपाल दुबे का कहना है कि नगर पालिका कर्मचारी सही तरीके से जांच नहीं करते जमीन किसकी है किसकी नहीं सभासद से मिलकर फाइलों को पास करवा देते हैं जिस जमीन पर 8-10 कॉलोनी हो रही हैं वह जमीन बीवी हलीमा की है फिर कैसे लेखपाल नगर पालिका कर्मचारियों अधिकारियों ने पास कर दिया