लखनऊः कैफे की आड़ चल रहे हुक्का बार पर, पुलिस क्यों नहीं शिकंजा कसना चाहती ?
June 01, 2025
लखनऊ। राजधानी लखनऊ में आज कल हुक्का बार भी भरमार है। लखनऊ के ज्यादातर हिस्सों में चल रहे अवैध हुक्का बार पर पुलिस शिकंजा कसना नहीं चाहती। इस अवैध कारोबार को चलने की अनुमति क्यों प्रदान कर रही है पुलिस?, सुबह से लेकर देर रात तक चल रहे इन हुक्का बारों में नशा परोसा जा रहा है बालिक और नाबालिक दोनों को, पर पुलिस कोई कार्यवाही नहीं करना चाहती, ऐसा क्यों?
अभी हाल ही में कैसरबाग क्षेत्र स्थित कैफे टेल नाम से अवैध हुक्का बार, जो कि सिटी होटल के ऊपर चल रहा है, पर कैसरबाग पुलिस ने छापामारी कर दर्जन से अधिक हुक्का बरामद किया, पर संचालक की जगह 2 कर्मचारियों की गिरफ्तारी दिखाई। जबकि संचालक थाने के अंदर और बाहर टहल रहा था। पर पुलिस ने संचालक के ऊपर कोई कार्यवाही नहीं की। तो क्या हुक्का बार को चलाने वालों में अहम भूमिका कर्मचारियों की होती है, संचालक की नहीं?, ऐसा लगता है मकान की मरम्मत में अगर शव बरामद हो जाए तो पुलिस के मुताबिक गलती मजदूर की होगी कि मरम्मत क्यों कर रहा था। फिलहाल नतीजन आज भी कैसरबाग क्षेत्र में हुक्का बार अपने रंग में चल रहा है।
ताज्जुब कि बात है संचालक या करता धरता से कोई मतलब नहीं होता अवैध कारोबार से। तभी तो भरमार है हुक्का बार की पूरे राजधानी में। राजधानी लखनऊ के ज्यादातर हिस्सों में नशा परोसा जा रहा है इन हुक्का बारों में और पुलिस इन्हें चलाने के नियम बता कर अपनी कमाई और अपना वर्चस्व कायम कर लेती है। पुलिस कार्यवाही करना नहीं चाहती और अवैध कारोबार खूब फल फूल रहा है....।