ऑपरेशन सिंदूर का एक महीना पूरा होने पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने आतंकवाद से लड़ाई में दुनिया को दिया 5 पॉइंट प्लान
June 07, 2025
भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आतंकवाद जैसे संवेदनशील मुद्दे पर अपनी राय रखी. उन्होंने इससे जुड़े कई अहम पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया. रक्षामंत्री ने एक लेख में लिखा कि आज के समय में आतंकवाद एक क्षेत्रीय या राजनीतिक संकट नहीं, बल्कि समस्त मानवता के अस्तित्व के लिए चुनौती बन चुका है. यह मानवाधिकार, लोकतंत्र, शांति और सह-अस्तित्व जैसे मूल्यों को सीधे-सीधे चुनौती दे रहा है. भारत, जो दशकों से आतंकवाद का शिकार रहा है, अब केवल पीड़ित नहीं बल्कि संगठित और निर्णायक प्रतिकार का नेतृत्व कर रहा है.
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने 5 जरूरी सूत्र बताए, जिसकी मदद से आतंक के खिलाफ लड़ा जा सकता है. उन्होंने कहा कि आतंक की विचारधारा न केवल विनाश और भय को बढ़ावा देती है, बल्कि मजहब, विचारधारा या राजनीति के नाम पर उसे वैधता देने की कोशिश करती है, जो बिलकुल अस्वीकार्य है. उन्होंने कहा कि एक समय था जब भारत केवल आतंकी हमलों का जवाब कूटनीतिक विरोध या सख्त बयान के रूप में देता था, लेकिन 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक, 2019 की बालाकोट एयर स्ट्राइक और अब 2025 का ऑपरेशन सिंदूर इस नीति में आए मौलिक परिवर्तन के प्रतीक हैं.
ऑपरेशन सिंदूर का उदाहरण देते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि ये केवल एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि भारत की रणनीतिक सोच और संकल्प का प्रमाण है. इसके माध्यम से भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अब आतंकियों को उनकी पनाहगाह में ही नष्ट किया जाएगा, चाहे वे कहीं भी हों और किसी का भी समर्थन प्राप्त हो. इस ऑपरेशन ने न केवल आतंकी ढांचे को ध्वस्त किया बल्कि उन राष्ट्रों को भी चेतावनी दी जो आतंक को रणनीतिक साधन के रूप में उपयोग करते हैं
भारत दशकों से पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का सामना कर रहा है. पठानकोट, उरी, पुलवामा और अब पहलगाम जैसे हमलों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि पाकिस्तान का आतंकवाद से संबंध संगठित और स्थायी है. हाल ही में भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ जरूरी कार्रवाई करते हुए सिंधु जल संधि को आंशिक रूप से स्थगित कर कड़ा संदेश दिया. IMF और FATF मंचों पर आर्थिक सहायता पर रोक लगाने की मांग की. FATF ग्रे लिस्ट में बनाए रखने की सिफारिश की. न्यायिक प्रत्यर्पण और आतंकी पनाहगाहों की उजागर रिपोर्टिंग पर जोर दिया.