प्रतापगढः सरकारी महकमें की भी नहीं1 सुनती है संग्रामगढ़ पुलिस, तहरीर देने के बाद भी नही लिख रही है मुकदमा
June 07, 2025
प्रतापगढ़/बाबागंज। आम जनता का तो जाने दीजिए, सरकारी महकमें का भी संग्रामगढ़ पुलिस नही सुनती है। तभी तो सरकारी महकमें द्वारा तहरीर देने के करीब दो सप्ताह का समय बीत जाने के बाद भी पुलिस द्वारा खनन माफियाओं के खिलाफ मुकदमा नही लिखा गया है। पुलिस द्वारा खनन माफियाओं के खिलाफ कार्यवाही न करने से स्थानीय पुलिस के कार्यशैली पर सवाल खड़े हो गए हैं।चर्चा यहां तक है कि इलाकाई पुलिस खनन माफियाओं से मिलने वाले नजरानो से एहसानों तले दबी हुई है। इसीलिए पुलिस कोई भी कार्यवाही नही कर रही है।
संग्रामगढ़ थाना क्षेत्र में स्थानीय पुलिस की महेरबानी से खनन माफिया जमकर अवैध खनन कर रहें हैं। पुलिस के संरक्षण में खनन माफिया सरकारी जमीन से लेकर नाला और नहरों तक की अवैध खुदाई करके उसकी मिट्टी उठा ले जा रहें हैं और उसको बेंचकर वे आर्थिक लाभ कमा रहें हैं। खनन माफियाओं के इस पूरे खेल में स्थानीय पुलिस का भी हांथ रहता है और इसके लिए पुलिस को खनन माफियाओं द्वारा प्रत्येक माह बाकायदा नजराना भी मिलता है। बेखौफ एवं मनबढ़ खनन माफियाओं ने संग्रामगढ़ थाना क्षेत्र के पुरैली मखदूमपुर गांव में प्रतापगढ़ जल शाखा से निकली हीरागंज रजबहा के डौले को भी जेसीबी और ट्रैक्टर लगाकर काट डाला और उसकी मिट्टी उठा ले गए, जिससे नहर का सेक्शन क्षतिग्रस्त हो गया। खनन माफियाओं द्वारा किए गए खनन की जानकारी होने पर सिचाई विभाग के सहायक अभियंता प्रथम आशुतोष कुमार मल्ल द्वारा मामलें की जांच की गई तो उन्होंने पाया कि पुरैली मखदूमपुर गांव के ही रहने वाले घनश्याम सरोज पुत्र रामलाल सरोज तथा सोनू सरोज पुत्र घनश्याम सरोज ने नहर के डौले को काटकर सेक्शन को क्षतिग्रस्त किया है।जांच के बाद सहायक अभियंता ने संग्रामगढ़ पुलिस को आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए तहरीर दिया लेकिन करीब दो सप्ताह का समय बीत जाने के बाद भी पुलिस द्वारा मामलें में मुकदमा दर्ज नही किया गया है। आरोप है कि स्थानीय पुलिस आरोपियों से सांठगांठ करके उनको बचाने में लगी हुई है। इस संबंध में सहायक अभियंता प्रथम सिचाई विभाग आशुतोष कुमार मल्ल का कहना है कि जांच करके पुलिस को तहरीर दे दी गई है। आरोपियों के खिलाफ सिचाई विभाग द्वारा भी मुकदमा चलाया जाएगा। यदि पुलिस मुकदमा नही लिखती है तो अधिशाषी अभियंता के द्वारा पुलिस अधीक्षक के माध्यम से तहरीर देकर कार्यवाही कराइ जाएगी।