एक महीने का बिजली बिल 1.5 लाख रुपये, पूरे गांव को चोर कह रहा बिजली विभाग
June 28, 2025
महाराष्ट्र के लातूर में बिजली विभाग की मनमानी ग्रामीणों पर भारी पड़ रही है। यहां बिजली विभाग ने पूरे गांव पर बिजली चोरी का जुर्माना लगा दिया है और बिजली चोरी के बदले पेनाल्टी भी सबसे वसूल रहा है। इसके साथ ही बिजली विभाग के कर्मचारी रीडिंग लेने की बजाय अपनी मर्जी से बिल बनाकर भेज रहे हैं। गांव में कई लोगों का बिल एक लाख से ज्यादा है, जबकि उनके घर में बिजली का कोई विशेष उपकरण नहीं है।
बिजली बिल में साफ तौर पर लिखा गया है कि किसी उपभोक्ता से बिजली चोरी के बदले कितने रुपये वसूले जा रहे हैं। महाराष्ट्र राज्य विद्युत विभाग ने ग्रामीणों को 50 हजार से लेकर लगभग डेढ़ लाख तक का बिजली बिल भेजकर झटका दिया है।
मामला लातूर जिले के रामलिंग मुदगड़ गांव का है। यहां ग्रामीणों को सीधे 50 हजार से लेकर डेढ़ लाख तक का बिजली बिल आया है। बिजली बिल की इस राशि से ग्रामीण परेशान हैं और अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं। राज्य विद्युत विभाग ने इन ग्रामीणों को 50 हजार से लेकर लगभग डेढ़ लाख तक का बिजली बिल भेजकर झटका दिया है। पत्रे के मकान में रहने वाले दादा को करीब डेढ़ लाख का बिल दिया गया है। इससे भी बड़ी बात यह है कि ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि इन हजारों बिलों का भुगतान करते समय ग्रामीणों को बिजली चोर कहा गया है। महाराष्ट्र राज्य विद्युत विभाग ने रामालिंग मुदगड़ गांव के करीब 200 बिजली उपभोक्ताओं को यह झटका दिया है।
ग्रामीणों का कहना है कि जब बिजली का इतना उपयोग ही नहीं हुआ तो इतनी बड़ी राशि का बिल कैसे आ गया। इसके अलावा, महाराष्ट्र राज्य विद्युत विभाग द्वारा इतनी बड़ी राशि के बिजली बिलों का भुगतान करते समय बिजली चोरी भुगतान का उल्लेख करने से ग्रामीणों में काफी गुस्सा है। ग्रामीणों का आरोप है कि महाराष्ट्र राज्य विद्युत विभाग द्वारा सीधे तौर पर 200 लोगों को चोर घोषित करने से गांव की बदनामी हुई है।
महाराष्ट्र राज्य विद्युत विभाग ने ग्रामीणों की इन शिकायतों पर ध्यान देना चाहिए और मीटर रीडिंग के अनुसार बिल देना चाहिए। ग्रामीणों की मांग है कि बिल कम किया जाए। इस मामले में अभी तक राज्य विद्युत विभाग ने अपना पक्ष सामने नहीं लाया है। अब देखना अहम है कि ग्रामीणों की बात सुनने के बाद महाराष्ट्र राज्य विद्युत विभाग इस बढ़े हुए बिजली बिल को लेकर क्या फैसला लेती है।