लखनऊ: 15 जून के बाद बंद हो जाएगा जंगल सफारी का रोमांच
June 13, 2025
लखनऊ। प्रदेश का दुधवा नेशनल पार्क 15 जून से बंद हो जाएगा इसके साथ ही रानीपुर सहित पीलीभीत टाइगर रिजर्व अग्रिम आदेश तक बंद रहेंगे। उक्त जानकारी मुख्य वन संरक्षक वन्य जीव अनुराधा वेमुरी ने दी ।वरिष्ठ अधिकारियों से ज्ञात हुआ इसमें मुख्य वन संरक्षक फील्ड डायरेक्टर दुधवा टाइगर रिजर्व, वनरक्षक फील्ड डायरेक्टर रानीपुर टाइगर रिजर्व चित्रकूट और प्रभारी वन अधिकारी पीलीभीत टाइगर रिजर्व की संसुती पर यह निर्णय लिया गया है । मौसम विभाग के पूर्वानुमान के आधार पर मानसून सीजन की संभावनाओं को देखते हुए पर्यटक सत्र 15 जून से बंद करने का फैसला किया गया है ।वही नया सत्र 15 नवंबर से शुरू होगा । जानकारी के लिए बता दें कि टाइगर रिजर्व का पर्यटन सत्र हर साल 15 नवंबर से शुरू होकर 15 जून तक चलता है हालांकि पिछली बार इसमें परिवर्तन किया गया था। 6 नवंबर को ही पार्क खोलने का निर्णय लिया गया था। वन विभाग के अधिकारियों की माने तो टाइगरों की संख्या में वृद्धि हुई है। यह पर्यटकों के लिए अच्छी खबर है टाइगर्स की संख्या बढ़ने से पर्यटकों की संख्या बढ़ने की उम्मीद वन विभाग के अधिकारियों को है। उत्तर प्रदेश के टाइगर रिजर्व में अब टाइगर्स की संख्या लगभग 205 तक हो गई है। इस संख्या के बढ़ने से वन विभाग के अधिकारी उम्मीद जता रहे हैं , कि अगले वर्ष सीजन जो 15 नवंबर से शुरू होगा पर्यटक टाइगर रिजर्व की तरफ बहुत भारी संख्या में आएंगे। फिलहाल पर्यटकों के लिए दो दिन का ही समय बचा है ।इस बार 51000 से ज्यादा सैलानी अब तक जंगल सफारी का आनंद ले चुके हैं ।किशनपुर रेंज बाघों की शानदार साइटिंग के लिए मशहूर है। यहां अक्सर दुधवा के राजा रानी की का दीदार पर्यटकों को हो जाता है। सोनारी पुर रेंज में भालूवो का गढ़ है यहां आए दिन भालूवो की चहल कदमी दिख जाती है। नेपाल बॉर्डर से सटे इलाके में जंगली हाथियों का झुंड देखने को अक्सर मिल सकता है । यह एरिया उनके लिए बहुत ही मुफीद है। दुधवा की जैव विविधता भारत के चुनिंदा नेशनल पार्क में शामिल है। जहां एक सींग वाला दुर्लभ गैंडा भी पाया जाता जिसका दीदार पर्यटकों को हर बार होता है। इस बार पर्यटकों से दुधवा प्रशासन को 3 करोड़ 17 लाख 11000 का राजेश प्राप्त हुआ है। जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है आगे सीजन में इससे भी ज्यादा राजस्व प्राप्त होने की संभावना है।