दिल्ली पुलिस के साथ मुठभेड़ में बदमाश को लगी गोली
May 24, 2025
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गोगी गैंग के कुख्यात बदमाश विकास उर्फ साका के साथ 23 मई 2025 की रात को रोहिणी इलाके में एक सनसनीखेज मुठभेड़ के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया। इस एनकाउंटर में विकास के दाहिने पैर में गोली लगी। विकास हरियाणा और राजस्थान पुलिस का वांछित अपराधी था, जो हत्या और अपहरण के एक मामले में फरार चल रहा था। पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि गोगी गैंग का एक अपराधी, जो हत्या के मामले में वांछित है, रोहिणी के बरवाला चौक, यूईआर-II के पास मौजूद है। स्पेशल सेल की टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए विकास को, जो मोटरसाइकिल पर सवार था, घेर लिया।
पुलिस के रुकने के निर्देश के बावजूद विकास ने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोली चलाई, जिसमें एक गोली विकास के दाहिने पैर में लगी। जांच में पता चला कि विकास उर्फ साका, पुत्र तिलक चंद, उम्र 32 वर्ष, हरियाणा के झज्जर जिले के बुपनिया गांव का निवासी है। वह गोगी गैंग का सक्रिय सदस्य है और राजस्थान के किशनगढ़ बास थाने में दर्ज FIR नंबर 193/25, दिनांक 4 मई 2025, धारा 103 बीएनएस के तहत हत्या और अपहरण के मामले में वांछित था। इस मामले में विकास और उसके चचेरे भाई ने अपने ही गांव के एक व्यक्ति की गला दबाकर हत्या कर दी थी।
विकास और उसके चचेरे भाई ने इसके बाद शव को जलाकर किशनगढ़ बास, राजस्थान के इलाके में फेंक दिया था। इस मामले में हरियाणा में एक गुमशुदगी का मामला भी दर्ज है। मुठभेड़ स्थल से पुलिस ने एक .32 बोर की सेमी-ऑटोमैटिक पिस्तौल, 3 जिंदा कारतूस, एक मोबाइल फोन और तिलक नगर, दिल्ली से चोरी की गई एक मोटरसाइकिल बरामद की। विकास के मोबाइल में कुछ संदिग्ध मैसेज भी मिले हैं, जिनकी जांच की जा रही है। फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) की टीम को मौके पर बुलाया गया, और स्पेशल सेल थाने में धारा 221/132/109(1) बीएनएस और 25/27 आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।
विकास का आपराधिक इतिहास भी पुराना है। वह पहले झज्जर, हरियाणा में आर्म्स एक्ट के तहत दो मामलों (FIR 812/13 और 67/15), बदली थाने में चोट और आर्म्स एक्ट (FIR 219/21), बदली में एक अन्य मामले (FIR 360/23), और बेरी थाने में हत्या के एक मामले में शामिल रहा है। पुलिस अब विकास से पूछताछ कर रही है ताकि गोगी गैंग की अन्य आपराधिक गतिविधियों और उसके सहयोगियों का पता लगाया जा सके।