रिपोर्ट्स के मुताबिक, सानिया 26 अप्रैल को अपने मायके गोरखपुर लौटी थी। SSP गौरव ग्रोवर ने बताया कि सानिया की मां आसिया ने चौरी चौरा थाने में दहेज उत्पीड़न की शिकायत की थी, लेकिन सब-इंस्पेक्टर जय प्रकाश सिंह ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की। जांच में पाया गया कि सानिया थाने गई थी, लेकिन उसकी शिकायत दर्ज नहीं की गई। इस लापरवाही के लिए SSP ने सब-इंस्पेक्टर को निलंबित कर विभागीय जांच के आदेश दिए। पुलिस ने सानिया के पति सलाउद्दीन, उसकी सास सायरा, ननद आसिया, खुशबू, रोजी और ननदोई जिया-उल-औद्दीन व बलाउद्दीन समेत 8 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
शिकायत के मुताबिक, सानिया की शादी 7 अगस्त 2023 को सलाउद्दीन से हुई थी। शादी में परिवार की मांग के अनुसार दहेज दिया गया, लेकिन ससुराल वाले सानिया को दहेज के लिए बार-बार परेशान करते थे। आसिया ने बताया कि सलाउद्दीन ने कुछ समय के लिए सानिया के लिए अलग रहने की व्यवस्था की, लेकिन बाद में उसे छोड़ दिया। सानिया अपने मायके लौट आई और अपनी छोटी बहन के फोन से सलाउद्दीन से बात करती थी। मानसिक तनाव से जूझ रही सानिया ने फोन पर ट्रिपल तलाक दिए जाने के बाद आखिरकार अपनी जान ले ली। पुलिस का कहना है कि इस मामले की गहन जांच की जा रही है।