सूत्रो की माने तो ये ठेकेदार नव निमार्ण इन्टर लॉकिग बिना गिट्टी कुटाई नहर के बालू पर ही करवा रहा है। नगर पालिका के मेहबानी से धडल्ले से ये ठेकेदार मनमानी ठंग से काम करवा रहा है
जायस/अमेठी। सरकार की मंशा पर पानी फेर रहे नगर पालिका परिषद जायस मे तैनात तीन सालो से ईओ रबीन्द्र मोहन शर्मा अगंद की तरह पैर जमाये बीस सालों से इसी नगर पालिका मे लिपिक राम मोहन शुक्ला पडे हुये है। आखिर इनपर कौन साहब मेहरबान बने हुये है अमेठी जनपद के तहसील तिलोई के बहुचर्चित नगर पालिका जायस मे खूब तेजी से मची है लूटमलूट, लूट सको तो लूट ये कहावत यहा पर लम्बे समय से तैनात ईओ रविन्द्र मोहन व बीस सालो से तैनात बडे बाबू के पद पर राम मोहन शुक्ला पर बिल्कुल सटीक बैठ रही है। ये बडे कमाऊ पूत्र के रूप मे माने जाते है। सरकार के द्वारा आने वाले विकास कार्यो मे चूना लगाने मे ये दोनो लोग माहिर माने जाते है। एक तरफ सरकार के सख्त आदेश कि नगर पालिका के अन्तर्गत ही मौजूद ईओ अपना निवास बनाये लेकिन यहां के ईओ महोदय को यहां रूकना तो दूर हफ्ते मे मात्र तीन चार दिन ही नगर पालिका परिषद जायस की तौखट पर मौजूद रहना है। पता नही कौन साहब ईओ साहब पर पर मेहरबान बने हुये है। जरा भी ईओ साहब को सरकार की गाइड लाइन का डर नजर नही आ रहा है। खास बात तो ये है कि हर नियमो को ताख पर रखकर स्वंम की नियम चलाने वाले नगर पालिका परिषद जायस के अधिकारी कर्मचारी की कमीशन खोरी जोरो पर चल रही है। सरकारी योजनाओ मे खूब बन्दरबाट हो रहा है। हाल मे ही पता चला कि जायस नगर पालिका के अन्तर्गत मौल्बी खुर्द वार्ड नम्बर सात मे नव निमार्ण इन्टर लॉकिग का कार्य हो रहा है। जो कार्य उपरोक्त कस्बा निवासी एक ठेकेदार करा रहा है। सूत्रो की माने तो ये ठेकेदार नव निमार्ण इन्टर लॉकिग बिना गिट्टी कुटाई नहर के बालू पर ही करवा रहा है। नगर पालिका के मेहबानी से धडल्ले से ये ठेकेदार मनमानी ठंग से काम करवा रहा है। नगर पालिका ऐसे ठेकेदारो पर मेहरबान बना हुआ है। दस लाख की लागत से होने वाली इन्टर लॉकिग मे तीन इंच गिट्टी पडने की जगह पर रातोरात नहर की बालू डलवाकर इन्टर लॉकिग करवाया जा रहा है। महज इस लिये कि सइंया है कोतवाल तो डर काहे का जब मोटी रकम पहले ही निगल चुके है। जायस नगर पालिका के अधिकारी पूरी तरह ऑख पर पट्टी बांध चुके है। सरकार कि योजना मे जमकर बन्दरबाट कर रहे है जांच के नाम पर खानापूर्ति होती रहती है, क्योकि रिपोर्ट इन्ही दोनो को देनी होती है जो कुम्भकर्णी नींद मे सालों से सोये हुये है। अब देखना है की नगर पालिका के अन्तर्गत वार्ड नम्बर सात मौल्बी खुर्द मे राजू के घर से कोटेदार के मकान तक होने वाले घटिया इन्टर लॉकिग व ठेकेदार की जांच किस तरह कब और कैसे होती है और जांच के उपरांत क्या कार्यवाही की जाती है?।