भारत-पाक टेंशन पर पूछे गए सवाल से नाराज हुए जावेद अख्तर
May 10, 2025
ऑपरेशन सिन्दूर के बाद से भारत और पाकिस्तान के रिश्ते और ज्यादा खराब हो गए हैं. दरअसल पहलगाम आतंकी हमले का जवाब देते हुए भारतीय सेना ने 7 मई को पाकिस्तान और पीओके में कई आतंकी कैंप तबाह कर दिए थे. इसके बाद से पाकिस्तान भी भारत पर ड्रोन से हमला कर रहा है. हालांकि भारतीय सेना ने इन सभी हमलों को नाकाम कर दिया है. इन सबके बीच तमामसेलेब्स भारत-पाक में छिड़ी जंग पर अपना रिएक्शन दे रहे हैं. लेकिन वहीं जब जावेद अख्तर से इससे जुड़ा सवाल किया गया तो उन्होंने इसे टाल दिया
दरअसल एक इवेंट में जावेद अख्तर से जब भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बारे में पूछा गया तो वह पत्रकारों से नाराज हो गए. अख्तर ने फोटोग्राफरों से कहा कि यह इस तरह के सवालों के लिए सही जगह नहीं है और उन्होंने मौजूदा तनाव के बारे में बात करने से इनकार कर दिया. जब उनसे बार-बार पाकिस्तान और भारत की सेना द्वारा आतंकवादियों के खिलाफ किए गए हमलों के बारे में पूछा गया तो गीतकार-फिल्मकार ने चुपचाप बात टाल दी.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में जावेद अख्तर एक इवेंट से बाहर निकलते हुए दिखाई दे रहे हैं, तभी पत्रकारों ने उन्हें घेर लिया और पाकिस्तान के बारे में पूछने लगे. अख्तर ने इस बारे में बात करने से इनकार कर दिया और कहा, "मैं आपसे ज़रूर बात करूंगा लेकिन यह सही जगह नहीं है. आप मेरे घर आइए. हम बात करेंगे. मैंने कई इंटरव्यू दिए हैं, मैं आपको भी एक इंटरव्यू दे सकता हूं.”
लेकिन जब पैप्स ने लिरिसिस्ट से बार-बार पाकिस्तान के बारे में बात करने के लिए कहा तो जावेद अख्तर का पारा हाई हो गया और वे गुस्से में बोले "आप मुझे मजबूर कर रहे हैं कि मैं आपके साथ अभद्र व्यवहार करूं." बाद में जब मीडियाकर्मियों में से एक ने जावेद अख्तर की टीम से कहा कि शायद वे कुछ कहना चाहते हैं, तो उन्होंने बीच में ही टोकते हुए कहा, "मैं कुछ नहीं कहना चाहता."
गौरतलब है कि जावेद अख्तर ने कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के लिए पाकिस्तान की कड़ी आलोचना की थी, लिरिसिस्ट ने दिल्ली में फिक्की के एक इवेंट में कहा था, "पहलगाम में जो हुआ... निश्चित रूप से तनाव होगा. जब ऐसी घटनाएं होती रहती हैं तो तनाव कैसे नहीं हो सकता? हर कुछ दिनों में हम ऐसी कोई घटना देखते हैं और हर साल कम से कम एक ऐसी दुखद घटना होती है."
उन्होंने आगे कहा था,"इस देश में हर सरकार ने, चाहे वह कांग्रेस हो या भाजपा, शांति स्थापित करने की कोशिश की है. यहां तक कि अटल बिहारी वाजपेयी जी भी पाकिस्तान गए थे. लेकिन उन्होंने क्या किया? जिस जगह वे गए थे, उन्होंने उसे धो दिया था. क्या इसे ही दोस्ती कहते हैं?"