लखनऊः असनहा गांव में भीषण अग्निकांड, 8 परिवारों की गृहस्थी जल कर राख, बीकेटी विधायक ने मौके पर पहुंचकर,पीड़ितों को हर संभव मदद का दिया आश्वासन
May 12, 2025
लखनऊ। लखनऊ जिले के बीकेटी तहसील क्षेत्र इटौंजा थाना क्षेत्र अंतर्गत असनहा गांव में दो व्यक्ति की लापरवाही के कारण भीषण आग लग गई,जिससे आठ गरीब परिवारों के घर जलकर राख हो गए। बता दें कि असनहा के ग्रामीणों ने बताया कि दो व्यक्ति ने गांव के किनारे बंसिया आग लगा दी थी, जिसकी वजह से यह दर्दनाक हादसा हुआ।आग से उठी चिंगारियां तेजी से पास के बांस के झुरमुटों तक पहुंच गईं और तेज हवाओं के चलते आग ने देखते ही देखते विकराल रूप ले लिया और गांव के रिहायशी इलाकों को अपनी चपेट में ले लिया। आग की लपटें और धुएं का गुबार देखकर गांव में अफरा-तफरी मच गई और ग्रामीणों ने अपनी तरफ से आग बुझाने की कोशिश की और तुरंत बीकेटी फायर कंट्रोल रूम को सूचना दीं।
दमकल की गाड़ियां सूचना मिलते ही घटनास्थल पर पहुंचीं और आग बुझाने के प्रयास में जुट गईं। वहीं लगभग तीन घंटे की अथक मेहनत के बाद दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक आठ परिवारों की जीवन भर की जमा पूंजी जलकर राख हो चुकी थी। वहीं आग की सूचना मिलते ही बीकेटी एसडीएम सतीश चंद्र त्रिपाठी व बीकेटी विधायक योगेश शुक्ला मौके पर पहुंचे और आग से आठ परिवारों को आर्थिक नुकसान का आंकलन कर हर संभव मदद देने का शासन दिया हैं। वहीं क्षेत्रीय कानूनगो और लेखपाल पांच घंटे के बाद मौके पर पहुंचे, जिस पर बीकेटी एसडीएम ने नाराजगी जताईं। इस अग्निकांड में पीड़ित परिवारों को भारी नुकसान हुआ है। असनहा गांव के ग्रामीण छोटकन पुत्र राम स्वरूप, सीमा गौतम पत्नी आलोक कुमार, आरती पत्नी ब्रजकिशोर, रामबरन पुत्र स्व रामस्वरुप, सुशीला पत्नी पूत्तू लाल,गीता पत्नी जगदीश, मधु रानी पत्नी स्व खुशीराम, श्यामू पुत्र ख़ुशीराम का कहना है कि असनहा गांव निवासी शेरू और बृजेश ने मिलकर घर के पास लगी बंसिया में आग लगा दी और वह आग कई घरों में पहुंच गई, जिसमें लाखों का नुकसान हो गया है।पीड़ितों ने आर्थिक नुकसान और आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की हैं। वहीं पिछले साल भी इसी तरह पराली जलाई थी, लेकिन तब ग्रामीणों की सतर्कता के कारण आग को फैलने से पहले ही बुझा लिया गया था। इस बार पीड़ित परिवारों के पास सिर्फ पहने हुए कपड़ों के अलावा कुछ भी नहीं बचा है। उनके घरों में खाने के लिए अनाज तक नहीं बचा है। पीड़ित परिवार गहरे सदमे में हैं और उन्हें तत्काल सरकारी सहायता की आवश्यकता है। इस हरकत के प्रति गांवों के ग्रामीणों ने गहरा आक्रोश व्याप्त है और वे प्रशासन से उचित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। बीकेटी विधायक योगेश शुक्ला ने आठ परिवारों को खाने के इंतजाम के लिए बंदोबस्त किया और लेटने के लिए गांव के सरकारी विद्यालय को खुलवा दिया गया और कोटेदार को उनके खाने-पीने की जिम्मेदारी दी गईं हैं।