प्रतापगढः शहीद अशफाक उल्ला खां उद्यान गोरखपुर के टाइगर में एच-5 एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस के पाजीटिव होने की पुष्टि पर पशुपालन विभाग हुआ सतर्क, निर्देश किये जारी
May 13, 2025
प्रतापगढ। जिले में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा0 प्रदीप कुमार ने मंगलवार को बताया है कि शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणी उद्यान जनपद गोरखपुर के टाइगर में एच-5 इन्फ्लूएंजा वायरस के पाजीटिव होने की पुष्टि हुई है जिसके सम्बन्ध में उन्होने समस्त उप मुख्य पशुचिकित्साधिकारीध्पशुचिकित्साधिकारियों को निर्देश जारी करते हुये कहा है कि जनपद में स्थापित पोल्ट्री फार्मो की सूची अद्यतन करते हुये पक्षियों की संख्या का विवरण तथा पक्षियों के जनपद में आपूर्ति का स्थान मुख्यालय से दूरी दर्शाते हुये तैयार की जाये जिससे कि आपात स्थिति में त्वरित कार्यवाही की जा सके। जनपद स्तरीय टास्कफोर्स के सदस्यों से समन्वय बनाते हुये उन्हें भी किसी भी आपात स्थिति से निपटने हेतु सतर्क कर दिया जाये। पोल्ट्री एवं प्रवासी पक्षियों का गहनतापूर्वक एवं गम्भीरतापूर्वक सर्विलान्स किया जाये, इस हेतु बैकयार्ड पोल्ट्री, पोल्ट्रीफार्म, पोल्ट्री दुकान, बाजार, प्रवासी पक्षियों के मार्ग, वन्य जीव अभ्यारण, पक्षी अभ्यारण्य, नेशनल पार्क, जलाशय, अर्न्तराष्ट्रीय,अन्तराज्यीय सीमा से लगे क्षेत्रों का सर्विलान्स किया जाये। विभागीय अधिकारियोंध्कर्मचारियों द्वारा कुक्कुट पालकों से लगातार सम्पर्क स्थापित किया जाये जिससे कि पक्षियों में किसी भी असामयिक बीमारी एवं मृत्यु की दशा में तत्काल सूचना विभाग को मिल सके। जनपद में जहा अधिक कुक्कुट इकाईंया है वहां पर विशेष सतर्कता बरती जाये। वायरोलाजिकल एवं सीरोलाजिकल सर्विलान्स हेतु पक्षियों से क्लोएकल स्वैब एवं ओरोफेरेन्जियल स्वैब तथा सीरम सैम्पुल तथा प्रवासी पक्षयों के फ्रेश बीट (फीकल) सैम्पल उचित पैकिंग में कैडरेड प्रयोगशाला आई0वी0आर0आई0 इज्जतनगर बरेली नियमित रूप से प्रेषित किया जाये। पशुपालन विभाग के अधिकारी वन विभाग के अधिकारियों के साथ लगातार सम्पर्क में रहे जिससे कि वन क्षेत्रों में किसी भी प्रकार के पक्षियों की आकस्मिक एवं आसाधारण मृत्यु के मामले में तत्काल कार्यवाही की जा सके। एवियन एन्फ्लूएंजा की किसी भी स्थिति से निपटने हेतु समस्त सामग्रीध्उपकरणों की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। पोल्ट्री फामर्स, पोल्ट्री व्यापार से जुड़े व्यक्तियों द्वारा तथा वाइल्ड लाइफ क्षेत्र में पक्षियों के अचानक बीमार पड़ने व मृत्यु की सूचना निकटतम पशुचिकित्साधिकारी को दिया जाना आवश्यक है जिससे एक्शन प्लान के अनुसार कार्यवाही की जा सके। जनपद में कही भी पक्षियों के असामयिकम एवं आकस्मिक मृत्यु की सूचना मिलने पर पशुचिकित्साधिकारीध्उप मुख्य पशुचिकित्साधिकारी द्वारा स्थान का भ्रमण किया जाये। भ्रमण के समय पीपी किट का प्रयोग किया जाये। संक्रमण के स्थान से पक्षियों एवं मनुष्यों का परिगमन प्रतिबंधित किया जाये। एवियन एन्फ्लूएंजा बीमारी के सन्देह होने की स्थिति में किसी भी पक्षी का शव-विच्छेदन न किया जाये। रोगी पक्षियों की प्रारम्भिक जांच के उपरान्त रोग की आशंका होने पर कम से कम 05 पक्षी (हाल में मृत तथा रोगी पक्षियों को मारने के पश्चात्), 10 स्वस्थ पक्षियों के क्लोएकल एवं ओरोफरेन्जियलध्ट्रक्यिल स्वैब सैम्पुल तथा 10 पक्षियों के सीरम सैम्पुल राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान आनन्द नगर भोपाल को उचित पैकिंग में विशेष वाहक के द्वारा प्रेषित किया जाये तथा इसकी सूचना संयुक्त सचिव (एल0एच0) पशुपालन एवं डेयरी भारत सरकार को भी प्रेषित किया जाये। पशुचिकित्साधिकारीध्उप मुख्य पशुचिकित्साधिकारी द्वारा प्रकरण की जानकारी मुख्य पशुचिकित्साधिकारी को तत्काल दी जाये। किसी भी आपात स्थिति में निदेशालय पर स्थापित कन्ट्रोल रूम जिसका दूरभाष नम्बर 0522-2741991, 0522-2741992 डा0 राजेन्द्र प्रसाद अपर निदेशक ग्रेड-1 (कुक्कुट एवं अन्य विकास) मुख्यालय स्टेट नोडल अधिकारी (बर्ड फ्लू) मोबाइल नम्बर 9412564412 पर सम्पर्क किया जाये। बार्डर एरिया पर स्थित वेट मार्केट, वाटर-बाडीज, जंगलीध्प्रवासी पक्षियों के रहने के स्थान एवं अधिक संख्या में बत्तख पालन क्षेत्र में सर्विलान्स करने की विशेष आवश्यकता है। प्रवासी पक्षी एवियन एन्फ्लूएंजा बीमारी के संक्रमण को फैलाने में एक बड़ा रोल प्ले करते है। इन क्षेत्रों में जहां पर प्रवासी पक्षियों का शीत ऋतु में आगमन लगा रहता है वहां पर कड़ी निगरानी की आवश्यकता होती है। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने उप मुख्य पशुचिकित्साधिकारी पशुचिकित्साधिकारियों का कहा है कि निर्देशों का कड़ाई से पालन किया जाये, किसी भी प्रकार की शिथिलता क्षम्य नहीं होगी, इस कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दें।