लखनऊः नगर निगम ने गृहकर वसूली का नया कीर्तिमान स्थापित किया
April 01, 2025
लखनऊ। नगर निगम ने इस साल गृहकर वसूली के मामले में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। नगर निगम ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में अब तक की सबसे अधिक राशि, 579.03 करोड़ रुपये गृहकर के रूप में जमा की है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 150 करोड़ रुपये अधिक है। इस कर वसूली महापौर सुषमा खर्कवाल के मार्गदर्शन से लगातार टैक्स में वृद्धि हुई। महीने के चारों शुक्रवार को समाधान दिवस आयोजित किया गया। जिसमें लोगों की ळप्ै से जुड़ी समस्याओं का निस्तारण करके टैक्स जमा कराया गया।नगर आयुक्त इन्द्रजीत सिंह ने लखनऊ के नागरिकों को उनकी सक्रिय भागीदारी और समय पर कर जमा करने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने बताया कि नगर निगम अपनी आय बढ़ाने और नागरिकों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए लगातार प्रयासरत है।निगम ने गृहकर भुगतान को आसान बनाने के लिए डिजिटल माध्यमों को बढ़ावा दिया है। अब नागरिक एसएमएस अलर्ट, ऑनलाइन बैंकिंग, पेटीएम, यूपीआई और अन्य डिजिटल माध्यमों से आसानी से अपना गृहकर जमा कर सकते हैं। वर्ष 2024-25 में ऑनलाइन बैंकिंग से 1.40 लाख ट्रांजेक्शन हुए, जिससे 62.19 करोड़ रुपये जमा हुए।पेटीएम क्यूआर कोड से 40 हजार ट्रांजेक्शन हुए, जिससे 22.86 करोड़ रुपये प्राप्त हुए।आरटीजीएस और एनईएफटी के जरिए क्रमशः 84.74 करोड़ और 75.55 करोड़ रुपये की वसूली हुई। बीबीपीएसी से 59,025 लोगों ने भुगतान किया, जिसमें 23.83 करोड़ रुपये जमा हुए। व्हाट्सऐप के माध्यम से 74 भवन स्वामियों ने 3,19,469 रुपये जमा किए हैं।बड़े बकायेदारों से वसूली के लिए निगम ने 6000 से अधिक भवनों को सील किया। इससे लंबित गृहकर की वसूली तेजी से हुई और नगर निगम को बड़ा आर्थिक लाभ मिला।फिलहाल नगर निगम ने 5,05,689 भवन मालिकों (आवासीयरू 4,33,581 व कमर्शियलरू 72,108) से गृहकर वसूला है। पिछले वित्तीय वर्ष में 4,16,000 भवन मालिकों ने गृहकर जमा किया था। कुल कर वसूली में भी लगभग 50ः की वृद्धि हुई है।
2023-24 मेंनगर निगम ने कर व करेत्तर से 909 करोड़ रुपये टैक्स जमा किया था।2024-25 में यह आंकड़ा इस वित्तीय वर्ष 1355.32 करोड़ रुपये पहुंच गया।नगर निगम की इस ऐतिहासिक उपलब्धि से लखनऊ शहर को और अधिक सुव्यवस्थित और विकसित करने में मदद मिलेगी। नगर आयुक्त ने सभी करदाताओं से आगे भी समय पर गृहकर जमा करने की अपील की, जिससे शहर की सुविधाएं और बेहतर की जा सकें।