लखनऊ। लखनऊ जिले के बीकेटी तहसील क्षेत्र अंतर्गत रात में अवैध तरीके से मिट्टी खनन किया जाता हैं। बता दें कि मिट्टी खनन के कार्य में लगे डंपरों के लिए नियम है कि यदि मिट्टी लदी है तो उसके ऊपर पानी का छिड़काव किया जाना चाहिए और मिट्टी त्रिपाल से ढ़की होनी चाहिए जिससे रास्ते में मिट्टी न उड़े और राहगीरों को कोई समस्या न होने पाए। लेकिन खनन माफिया के सरंक्षण खुलेआम नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए नजर आ रहे हैं। वहीं बीकेटी तहसील क्षेत्र में इन दिनों अवैध खनन रात में जोरों पर किया जाता है,सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार सरावां के पास दो दिन रात में अवैध खनन किया गया, लेकिन तहसील अधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद पुलिस ने कड़ी कार्यवाही कर मुकदमा दर्ज कर दिया। वहीं स्थानीय सूत्रों के मुताबिक आद्यया लाॅन के पीछे वन विभाग की सरकारी जमीन में अवैध मिट्टी खनन किया गया, लेकिन इस पर क्षेत्रीय लेखपाल व राजस्व टीम अनजान बनी हुई है। वहीं बीकेटी तहसील के अन्य क्षेत्रों में मिट्टी खनन कर मिट्टी प्राइवेट प्लाटिंगों एवं निर्माणधीन मकानों व निजी संस्थानों में गिराई जा रही हैं। एक डंपर मिट्टी की कीमत 5 से 6 व 7 हजार रुपयें है। वहीं उतर प्रदेश सीएम योगी आदित्यनाथ का आदेश है कि अवैध मिट्टी खनन बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। उसके बावजूद अवैध मिट्टी खनन जारी है। वहीं लखनऊ मंडलायुक्त रोशन जैकब के कड़े दिशा-निर्देश के बाद भी बीकेटी तहसील के अधिकारी व ठेकेदार क्षेत्रीय कर्मचारियों की मिली भगत से तहसील क्षेत्र में अवैध मिट्टी खनन का कारोबार धड़ल्ले से किया जा रहा हैं। वहीं जिस पर स्थानीय पुलिस व प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा हैं। वहीं कई महीने पहले मिट्टी खनन में लगे डंपर से इटौंजा,सैरपुर, बीकेटी अन्य जगहों पर लोगों ने अपनी जान गवांई है।
बीकेटी तहसील क्षेत्र अंतर्गत एक नीजी लाॅन के पीछे क्षेत्रीय ग्राम विकास संस्थान पंडित दीनदयाल के नाम से जमीन सरकारी अभिलेखों में दर्ज है, लेकिन उसके बावजूद धड़ल्ले से इस जमीन पर अवैध तरीके से मिट्टी खनन कर मिट्टी को प्राइवेट महंगे दामों में बेचा गया हैं, बीकेटी तहसील अधिकारियों ने इस मामले में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। वहीं सरावां के पास दो दिन रात में अवैध खनन किया गया, इस खनन में सरकारी जमीन गाटा संख्या 293 जोकि वन के नाम दर्ज है पर फर्जी आदेश बनकर 140 घनमीटर अवैध खनन हुआ है।