बाराबंकी: पारुल ने पहले ही प्रयास में पहनी खाकी वर्दी, मेहनत और हौसले से रोशन किया गांव का नाम
April 29, 2025
रामनगर/बाराबंकी। बेटियां जब ठान लें, तो मुश्किलें भी रास्ता बदल लेती हैं। ऐसा ही एक प्रेरणादायक उदाहरण पेश किया है ग्राम मलिहामऊ की पारुल शुक्ला ने, जिन्होंने उत्तर प्रदेश पुलिस में सिपाही पद की परीक्षा पहले ही प्रयास में उत्तीर्ण कर परिवार और गांव का मान बढ़ाया है।
पारुल, राजू शुक्ला की सबसे छोटी संतान हैं। सीमित संसाधनों में पली-बढ़ी पारुल ने अपनी पढ़ाई जिले के महारानी लक्ष्मीबाई इंटर कॉलेज से इंटरमीडिएट और कांति महाविद्यालय से बीएससी करने के बाद डीएलएड की पढ़ाई के साथ-साथ ऑनलाइन कोचिंग के जरिए पुलिस की तैयारी की।
उनकी मां रेनू शुक्ला एक गृहणी हैं, जिन्होंने घर की जिम्मेदारियों के साथ बेटी के सपनों को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। पारुल ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और परिजनों को देते हुए कहा, ष्अगर परिवार का विश्वास न होता, तो मैं यहां तक नहीं पहुंच पाती।
पारुल की सफलता ने यह साबित कर दिया है कि बेटियां भी कठिन परिश्रम, लगन और आत्मविश्वास से कोई भी ऊंचाई छू सकती हैं। गांव में अब पारुल न केवल एक प्रेरणा बन गई।