भारत के हज यात्रियों के वीजा रिजेक्ट करने के बाद सऊदी अरब का बड़ा फैसला
April 14, 2025
सऊदी अरब हर साल हज को लेकर जबरदस्त तैयारी करता है, लेकिन 2025 में यह तैयारी कुछ खास हैं. सऊदी गृह मंत्रालय ने इस बार हाजियों की संख्या, सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण को लेकर नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं. ये नियम न केवल हाजियों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं, बल्कि मक्का की स्थानीय व्यवस्था को भी संतुलित बनाए रखने में मदद करते हैं.
सऊदी गृह मंत्रालय के अनुसार उमराह के लिए सऊदी अरब में प्रवेश की अंतिम तारीख 13 अप्रैल 2025 तय की गई है और 29 अप्रैल तक सभी उमराह यात्रियों को वापस लौटना होगा. यह समय सीमा इसलिए बनाई गई है ताकि हज के दौरान भीड़ और अव्यवस्था से बचा जा सके.
हज 2025 के लिए सऊदी अरब सरकार ने एक ऐसा कदम उठाया है, जिससे हजारों भारतीय परिवार प्रभावित हो सकते हैं. अब 12 साल से कम उम्र के बच्चों को हज वीजा नहीं मिलेगा. यह जानकारी हज कमेटी ऑफ इंडिया, मुंबई की तरफ से जारी सर्कुलर के माध्यम से दी गई है. इस नियम का सबसे सीधा असर उन परिवारों पर पड़ा है, जो अपने बच्चों के साथ यात्रा पर जाने की योजना बना रहे थे. देशभर से कुल 291 बच्चों के आवेदन रद्द कर दिए गए हैं, इनमें उत्तर प्रदेश के 18 बच्चों के नाम भी शामिल हैं.
मक्का में 23 अप्रैल 2025 से प्रवेश करने वालों के लिए बेहद सख्त नियम लागू किए जा रहे हैं. अब किसी भी व्यक्ति को मक्का में प्रवेश के लिए कोई एक दस्तावेज़ दिखाना अनिवार्य होगा, जिसमें हज परमिट, मक्का में काम करने का सरकारी परमिट, मक्का निवासी के लिए अधिकृत पहचान पत्र शामिल है. नए कानून के मुताबिक, जो भी व्यक्ति इन दस्तावेज़ों के बिना मक्का में प्रवेश करता है, उसे अल शुमैसी या अन्य चेकपॉइंट्स से वापस भेज दिया जाएगा. यह कड़ा नियम खासतौर से उन लोगों के लिए लागू है, जो टूरिस्ट वीजा या काम के सिलसिले में देश के अन्य हिस्सों से मक्का में आते हैं.
सऊदी गृह मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि जिनके पास हज वीजा नहीं होगा, उन्हें 29 अप्रैल 2025 के बाद मक्का में प्रवेश या ठहरने की अनुमति नहीं दी जाएगी. इसके अलावा काम के लिए मक्का या आस-पास के क्षेत्रों में आने वाले विदेशियों को परमिट के लिए ऑनलाइन आवेदन करना अनिवार्य होगा. बिना परमिट यात्रा करने वाले व्यक्तियों को तुरंत वापस भेजा जाएगा. सभी को सलाह दी गई है कि वे अपने दस्तावेज़ पूरे रखें ताकि कोई असुविधा न हो.
सऊदी सरकार इस बार स्थानीय और विदेशी दोनों नागरिकों की मक्का यात्रा पर कड़ी निगरानी रखेगी. विशेष रूप से मक्का के गैर-निवासी विदेशी नागरिकों को भी परमिट लेना जरूरी होगा. देश के अन्य शहरों से मक्का आने वाले लोगों पर विशेष नजर रखी जाएगी. बिना अनुमति के किसी भी गतिविधि को नियम उल्लंघन माना जाएगा. यह कदम इसलिए जरूरी है क्योंकि हज के दौरान लाखों लोग मक्का आते हैं, और हर साल किसी न किसी कारणवश अव्यवस्था की स्थिति बनती है. इसलिए सरकार पहले से तैयार रहना चाहती है.