लखनऊ: अखिल भारतीय ब्रह्म समाज द्वारा 23 वां सामूहिक यज्ञोपवीत संस्कार संपन्न
April 30, 2025
लखनऊ । हिंदू धर्म में अक्षय तृतीया का अपना एक विशेष महत्व है यह वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को होती है। कहते हैं यह तिथि अक्षय होती है इस तिथि को जो भी कार्य किए जाते हैं उनमें किसी तरह का विध्न दोष नहीं होता है। संस्कारों की परंपरा से हमारा भारत सदा महान रहा है। यूं तो अखिल भारतीय ब्रह्म समाज पूरे साल कोई ना कोई कार्यक्रम करता रहता है जिसमें अखिल भारतीय ब्रह्म समाज लखनऊ द्वारा 23 वां सामूहिक यज्ञोपवीत संस्कार बड़े ही हर्ष के साथ लखनऊ के कपूरथला स्थित हनुमान मंदिर भव्यता के साथ आयोजित किया गया । इस कार्यक्रम में 101 बटुकों का यज्ञोपवीत संस्कार संपन्न हुआ। कार्यक्रम की छटा देखते ही बनती है, कहीं ढोल नगाड़े बज रहे हैं तो कहीं बटुक नए परिधान पहन रहे हैं। आचार्य लोग बटुकों को जनेऊ धारण करा रहे हैं यह नजारा है हनुमान मन्दिर प्रांगण का, जहां देखो वहां एक अलग ही उल्लास दिखाई पड़ रहा है। इस जनेऊ संस्कार को संपन्न करने के लिए नैमिष्य धाम से हरिदत्त शास्त्री जी, काशी से सुरेश चंद्र त्रिपाठी जी, लखनऊ से संदीप मिश्रा जी तथा प्रेम प्रेम प्रकाश द्विवेदी जी ने सभी बटुकों को यथोचित धर्म कांड के पश्चात जनेऊ धारण कराया। कार्यक्रम में पूर्व विधायक सुरेश चंद्र तिवारी जी, दिवाकर त्रिपाठी जी, अनिल दुबे जी की आदि गणमान्य की उपस्थिति रही। अखिल भारतीय ब्रह्म समाज के अध्यक्ष सी.पी. अवस्थी ने संवाददाताओं को बताया कि इस तरह के कार्यक्रमों को करने से हमें आत्मिक सुख मिलता है। संगठन के महामंत्री देवेंद्र शुक्ला ने अपने उद्बोधन में सभी बटुकों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए धर्म के प्रति आस्थावान बने रहने का आह्वान किया। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कोमल द्विवेदी जी ने अपनी तन्मयता को उजागर करते हुए कहा कि सभी को एक दूसरे के साथ चलना चाहिए जिससे हम एक स्वस्थ समाज की रक्षा कर सकें। सभी बटुकों के परिवार वाले अपनी आस्था के साथ इस संस्कार को संपन्न करते हुए भोजन प्रसाद ग्रहण किया। कार्यक्रम में दिनेश चन्द्र अवस्थी , प्रेम प्रकाश मिश्रा, कौशिक बनर्जी, गिरजा शंकर त्रिपाठी, डा. प्रतिभा मिश्रा, एस. एन. पाण्डेय, आशुतोष मणि त्रिपाठी, बबलू दीक्षित, राजीव शुक्ला, चच्चू, राम किशोर मिश्रा, जे. पी. बाजपेयी, गोविन्द मिश्रा, विजय त्रिपाठी, हरीश तिवारी, चन्द्र प्रकाश मिश्रा, डी. एस. पाण्डेय, सुधांशु शुक्ला, शशि मिश्रा, अमिता त्रिपाठी, कमलेश बाजपेयी आदि की गरिमामयी उपस्थिति रही।