लंदन में रविवार (2 मार्च) को यूरोप के 18 नेताओं ने यूक्रेन में शांति स्थापना की योजना पर विचार-विमर्श किया. यह महत्वपूर्ण बैठक अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप और यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की की वॉइट हाउस में हुई चर्चित मुलाकात के ठीक दो दिन बाद हुई, जहां दोनों नेताओं के बीच तीखी नोंकझोंक हो गई थी. हालात इतने बिगड़ गए कि जेलेंस्की को वॉइट हाउस छोड़कर जाना पड़ा, और दोनों ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस भी नहीं की.
बैठक के दौरान सभी नेताओं ने इस बात पर सहमति जताई कि शांति वार्ता में अमेरिका की सुरक्षा गारंटी अहम है. यूरोपीय नेताओं ने यूक्रेन की संप्रभुता बनाए रखने और रूस की आक्रामकता को रोकने के लिए अमेरिका की भूमिका को आवश्यक बताया. पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क का बयान इस बैठक का मुख्य आकर्षण रहा, जिन्होंने अमेरिका की मदद पर सवाल उठाए.
डोनाल्ड टस्क ने कहा, "आज 50 करोड़ यूरोपीय लोग 30 करोड़ अमेरिकियों से गुहार लगा रहे हैं कि 14 करोड़ रूसियों से हमारी रक्षा करें. यह इस वजह से नहीं है कि हम कमजोर हैं, बल्कि इसलिए कि हमें खुद पर भरोसा नहीं है. हमें अपनी क्षमता को पहचानकर आगे बढ़ना होगा." टस्क ने यूरोप को अपनी रक्षा जिम्मेदारी उठाने पर बल दिया और कहा कि अमेरिका पर निर्भरता से आगे बढ़ना जरूरी है.
टस्क ने यूरोप के देशों से अपना रक्षा खर्च बढ़ाने की अपील की, जिससे एक मजबूत और अच्छी तरह से सशस्त्र यूरोप तैयार किया जा सके, जो आक्रामकता को रोकने में सक्षम हो और यूक्रेन की संप्रभुता को बनाए रखने में मदद कर सके. उन्होंने कहा कि एक मजबूत यूरोप ही रूस की आक्रामक नीतियों का प्रभावी जवाब दे सकता है.
टस्क ने पोलैंड के यूक्रेन के प्रति अटूट समर्थन की पुष्टि की. उन्होंने जोर देकर कहा, "पोलैंड बिना किसी शर्त के यूक्रेन के पक्ष में है. वाशिंगटन प्रशासन की स्थिति यूक्रेन-रूस मुद्दे पर स्पष्ट नहीं है, जबकि हमारी स्थिति स्पष्ट है." टस्क ने ट्रान्स-अटलांटिक सुरक्षा मुद्दों पर चर्चा के लिए यूरोपीय संघ और अमेरिका के बीच शिखर सम्मेलन का भी समर्थन किया, जो इतालवी प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के आह्वान के बाद प्रस्तावित किया गया.
टस्क ने यूरोपीय देशों से पोलैंड और बाल्टिक देशों की रूस और बेलारूस के साथ सीमाओं को मजबूत करने में मदद की अपील की. उन्होंने इस क्षेत्र में अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती पर जोर दिया और कहा, "मैं अपने साझेदारों को इसके लिए सहमत करूंगा."
लंदन में हुई इस बैठक में यूरोप के नेताओं ने यूक्रेन में शांति की आवश्यकता को दोहराया और अमेरिका की सुरक्षा गारंटी की महत्ता पर बल दिया. पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क के विचार ने यूरोप की सुरक्षा और रक्षा क्षमताओं पर नई बहस छेड़ी है, जिससे आने वाले दिनों में यूरोप की रक्षा नीतियों पर असर पड़ सकता है.
