अमेठीः भागवत से होता है मानव को कर्तव्य बोध- कथा व्यास
February 26, 2025
अमेठी। तहसील क्षेत्र के जयरामपुर गांव में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिन कथा व्यास आचार्य सुभाष शांडिल्य महाराज ने कहा कि मनुष्यों का क्या कर्तव्य है इसका बोध श्रीमद् भागवत कथा सुनकर ही होता है। विडंबना ये है कि मृत्यु निश्चित होने के बाद भी हम उसे स्वीकार नहीं करते हैं। निस्काम भाव से प्रभु का स्मरण करने वाले लोग अपना जन्म और मरण दोनों सुधार लेते हैं। कथा व्यास ने कहा कि प्रभु जब अवतार लेते हैं तो माया के साथ आते हैं। साधारण मनुष्य माया को शाश्वत मान लेता है और अपने शरीर को प्रधान मान लेता है। जबकि शरीर नश्वर है। उन्होंने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा बताता है कि कर्म ऐसा करो जो निस्काम हो वहीं सच्ची भक्ति है। इस अवसर पर डॉ अक्षवर तिवारी, रामदेव पाण्डेय शेर बहादुर सिंह क्षेत्र पंचायत सदस्य गिरीश तिवारी देव प्रकाश पाण्डेय शम्भू शुक्ल अरुण शुक्ल अशोक शुक्ल लक्ष्मी कांत शुक्ल रविशंकर पाण्डेय गिरजाशंकर पाण्डेय निशान्त पाण्डेय प्रशान्त पाण्डेय आशुतोष पाण्डेय शिवम् पाण्डेय शुभम् पाण्डेय आदि सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद रहे।
