संत कबीर नगर। सरकार भले ही आम जनमानस को त्वरित एवं सस्सी सुविधाएं मुहैया कराने का दावा करती है परन्तु सरकारी योजनाओं की जमीनी हकीकत कुछ अलग और चैंकाने वाले है । जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए आवेदक तहसील व ब्लाकों के बीच फुटबाल बने धक्के खा रहे हैं तथा फाइलें बाबू दबाए बैठे हैं और एक सप्ताह में होने वाला काम तीन महीने में भी नहीं हो पा रहा है ।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जनपद में जन्म से ज्यादा मुश्किलें जन्म प्रमाण पत्र बनवाने में आ रही हैं , आवेदक तहसील मुख्यालय व ब्लाकों के बीच फुटबाल बने धक्के खा रहे हैं और बाबू सुविधा शुल्क की चाहत में फाइल दबाए बैठे हैं और तीन - चार महीने से भी ज्यादा समय जन्म प्रमाण पत्र बनवाने में लग रहे हैं । सामान्य व सीधे - साधे आवेदकों के आवेदन पत्र ही गायब हो जा रहे हैं । समाज में जन्म प्रमाण पत्र को लेकर जो भ्रान्तियां चल रही हैं वह आजाद भारत में किसी कलंक से कम नहीं है । प्रशासनिक उदासीनता के चलते जन्म प्रमाण पत्र बनवाना टेढ़ी खीर सा हो गया है । क्षेत्र के जागरूक लोगों में धर्मराज , उमेश यादव , संजय चैधरी , जितेन्द्र कुमार , दिनेश आदि ने जन्म प्रमाण पत्र बनवाने की प्रक्रिया को और सरल एवं पारदर्शी बनाने की माँग किया है।