अमेठीः जिले में 1 जुलाई से 31 जुलाई तक संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया जा रहा है जिसमें विक्टर जनित रोगों और संक्रमक बीमारियों पर नियंत्रण के लिए जागरुकता फैलाई जा रही है। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए कृषि विभाग गांव-गांव में किसानों के साथ संगोष्ठी करके वेक्टर जनित और संक्रामक बीमारियों पर नियंत्रण के लिए जागरुक कर रहा है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य लोगों को साफ - सफाई- झाड़ी की कटाई, एंटी लार्वा छिड़काव और अन्य निवारक उपायों के बारे में जागरूक किया जा रहा है। संगोष्ठी में कृषि विभाग के अधिकारियों ने ग्रामीणों को बताया कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान को सफल बनाने के लिए नालियों की सफाई खुले में शौच न जाना मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए पानी जमा होने से रोकना इसके अलावा ग्रामीणों को यह भी बताया गया कि यदि कोई बुखार से पीड़ित है तो उसे तुरंत नजदीकी सरकारी अस्पताल ले जाकर इलाज कराना चाहिए। इसी अभियान को लेकर जिले के विकासखंड संग्रामपुर क्षेत्र के गूजीपुर- सहजीपुर के किसानों के साथ कृषि अधिकारी पवन वर्मा ने जागरूकता संगोष्ठी की। पवन वर्मा ने चूहा और छछूंदर से होने वाली बीमारियों के बारे में भी लोगों को बताया। पवन वर्मा ने चूहे से लैप्टोस्पायरोसिस नामक बीमारी होती है जो कीटाणु के रूप में फैलता है। इस बीमारी के कीटाणु पानी में 16 दिन व मिट्टी में 24 दिन जीवित रहता है जो पशुओं को प्रभावित करता है। इस बीमारी से बुखार जुकाम उल्टी दस्त शरीर में अकड़न, सर दर्द आदि हो जाता है। इसलिए उनके बचाव के लिए चूहों को उनके बिल में विषाक्त भोजन रखकर मुक्ति मिल सकती है और क्षेत्रमें बीमारी फैलने की संभावना कम हो जाती है। इस कार्यक्रम में प्रधान प्रतिनिधि अरविंद पांडे गांव के ग्रामीण बृजेश सिंह, अजय सिंह, बृजेश सिंह, रामधनी वर्मा, ब्रह्मदीन वर्मा सहित भारी संख्या में लोग इसका कार्यक्रम में शामिल होकर गांव को बीमारी मुक्त बनाने के लिए जागरूक हुए।