महिला एवं बाल विकास मंत्रालय और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय ने मिलकर“नव्या” (NAVYA) नामक एक संयुक्त पायलट योजना की शुरुआत 24 जून 2025 को उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले से शुरू की गयी। केन्द्रीय उद्यमशीलता और कौशल विकास राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार जयंत चौधरी ने कार्यक्रम की शुरुआत प्रशिक्षुओं को प्रमाण पत्र देकर की। यह पहल किशोरियों को व्यावसायिक प्रशिक्षण देकर उन्हें आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि सावित्री ठाकुर राज्य मंत्री महिला एवम बाल विकास मंत्रालय उत्तर प्रदेश रहीं।
नव्या योजना का उद्देश्य और स्वरूप का लक्ष्य 16–18 वर्ष की उन किशोरियों को कौशल प्रदान करना है, जिन्होंने कम से कम कक्षा 10 तक की शिक्षा प्राप्त की है। इस योजना की विशेष बात यह है कि यह पारंपरिक भूमिकाओं से हटकर, किशोरियों को गैर-पारंपरिक क्षेत्रों में प्रशिक्षण देने पर केंद्रित है-जिससे उनके करियर विकल्पों का विस्तार हो सके।यह पायलट पहल प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना और अन्य प्रमुख कौशल विकास योजनाओं के सहयोग से संचालित होगी। इस लॉन्च कार्यक्रम में किशोरी प्रशिक्षणार्थियों के साथ संवाद, प्रमाणपत्र वितरण और दोनों मंत्रालयों के बीच समन्वय को संस्थागत रूप देने की प्रक्रिया शामिल होगी। “नव्या” योजना का उद्देश्य किशोरियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए व्यावसायिक प्रशिक्षण देना है, विशेष रूप से गैर-पारंपरिक क्षेत्रों में।
यह योजना आकांक्षी जिलों और उत्तर-पूर्वी राज्यों के 27 जिलों में पायलट आधार पर शुरू की जा रही है। कार्यक्रम का शुभारंभ सोनभद्र, उत्तर प्रदेश से हुई, जो खनिज और जनजातीय आबादी के लिए प्रसिद्ध है। “नव्या” योजना केवल एक प्रशिक्षण कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक व्यापक सामाजिक निवेश है, जो किशोरियों को सशक्त बनाकर देश की विकास यात्रा में सक्रिय भागीदार बनाने की दिशा में अग्रसर है।इस मौके पर जिलाधिकारी, एसपी,सीडीओ,विधायक,सासंद, डीपीआरओ, डीडीओ,कौशल विकास अधिकारी, दिव्यांग अधिकारी ,सूचना अधिकारी समेत अन्य अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।