प्रयागराजः बुद्ध जाग्रत आत्मा,प्रकाशमान चेतना,करुणा की मूर्तिमान प्रतिमा
May 13, 2025
प्रयागराज। भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा काशी क्षेत्र क्षेत्रीय उपाध्यक्ष सरदार पतविंदर सिंह ने बुद्ध पूर्णिमा के पावन अवसर पर क्षेत्र के विभिन्न वर्गों के युवाओं के मध्य चैपाल कर कहा कि बुद्ध यह शब्द न केवल बोध का द्योतक है,अपितु चेतना की उस परम स्थिति का बिम्ब है, जहाँ आत्मा अज्ञान के आवरणों को चीरकर ज्ञान की आलोक-धारा से स्वयं को प्रकाशित कर लेती है। इस चराचर जगत में यदि कोई वस्तु परम मूल्यवान कही जा सकती है, तो वह है ज्ञान,बुद्ध जाग्रत आत्मा, प्रकाशमान चेतना, करुणा की मूर्तिमान प्रतिमा।
वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता डॉ सुरेश कुशवाहा ने कहा कि भगवान बुद्ध न केवल करुणा के साक्षात् अवतार हैं,अपितु सनातन धर्म-संस्कृति की अक्षुण्ण धारा से अभिन्न रूप से सम्बद्ध भी हैं।जिस हृदय में अन्य के दुःख और क्लेश को देखकर सहज ही संवेदना की तरंगें उठें,वही दीनबन्धु,वही ईशतुल्य होता है। ऐसी करुणा ही सच्चे बोध की प्रथम सीढ़ी है।
मोहित अग्रहरी ने कहा कि बुद्ध पूर्णिमा का यह पावन दिवस हमें आह्वान करता है कि हम अपने अन्तःकरण को करुणा, सौजन्य और सहानुभूति से सिञ्चित करें।
दिलीप चतुर्वेदी ने कहा कि सत्य,अहिंसा और प्राणिमात्र पर करुणा के संदेश से विश्व में शांति, सद्भावना और समता का संदेश देने वाले भगवान बुद्ध की शिक्षाएँ सभी के लिए सदैव प्रेरणादायी है। बुद्ध पूर्णिमा पावन अवसर पर हार्दिक शुभकामनाएँ।
इस अवसर पर आलोक कुमार, सत्यम, भगवती लाल, पुरुषोत्तम मित्तल, दयानंद चैधरी,अजीत, हरमनजी सिंह, दलजीत कौर सहित कई राष्ट्रभक्त स्वयंसेवक उपस्थित हुए।