वॉशिंगटन पोस्ट ने भी मानी 'ऑपरेशन सिंदूर' की कामयाबी
May 15, 2025
भारत द्वारा पाकिस्तान पर की गई सैन्य कार्रवाई में कम से कम 6 एयरफील्ड्स के रनवे और इमारतों को भारी नुकसान पहुंचा है। यह जानकारी वॉशिंगटन पोस्ट की सैटेलाइट तस्वीरों और वीडियो विश्लेषण से सामने आई है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह दोनों देशों के बीच दशकों से चल रहे तनाव में सबसे बड़ी सैन्य कार्रवाई है। 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों ने 6 और 7 मई की दरमियानी रात को 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किया था। इस कार्रवाई में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (PoJK) में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया।
वॉशिंगटन पोस्ट ने 24 से ज्यादा सैटेलाइट तस्वीरों और हमले के बाद के वीडियो की समीक्षा की। इसमें पाया गया कि हमले में 3 हैंगर, 2 रनवे और वायुसेना द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली 2 मोबाइल इमारतों को भारी नुकसान पहुंचा। इनमें से कुछ ठिकाने तो पाकिस्तान में करीब 100 मील या 160 किमी तक अंदर थे। लंदन के किंग्स कॉलेज में अंतरराष्ट्रीय संबंधों के वरिष्ठ लेक्चरर और दक्षिण एशियाई सुरक्षा विशेषज्ञ वाल्टर लैडविग ने वॉशिंगटन पोस्ट को बताया, 'ये हमले 1971 के युद्ध के बाद पाकिस्तानी सैन्य ढांचे पर भारत के सबसे बड़े हवाई हमले हैं।'
कॉन्टेस्टेड ग्राउंड प्रोजेक्ट के भू-स्थानिक विश्लेषक विलियम गुडहिंड ने कहा, 'उच्च-स्तरीय ठिकानों पर सटीक हमले किए गए, जिनका मकसद पाकिस्तान की आक्रामक और रक्षात्मक हवाई क्षमता को गंभीर रूप से कमजोर करना था।' भारत ने दावा किया कि उसने पाकिस्तान में 11 ठिकानों को निशाना बनाया और अपनी कार्रवाई को 'संतुलित और सुनियोजित' बताया। वॉशिंगटन पोस्ट ने जिन ठिकानों को नुकसान पहुंचने की पुष्टि की, वे भी इनमें शामिल हैं। पाकिस्तान के सैन्य प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने पत्रकारों से कहा कि ठिकानों को नुकसान पहुंचा है, लेकिन उन्होंने प्रभावित ठिकानों की संख्या नहीं बताई।
अल्बानी विश्वविद्यालय के सहायक प्रोफेसर और भारत-पाकिस्तान प्रतिद्वंद्विता पर किताब के लेखक क्रिस्टोफर क्लेरी ने वॉशिंगटन पोस्ट को बताया, 'सैटेलाइट सबूत इस दावे के अनुरूप हैं कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान वायुसेना के कई ठिकानों को महत्वपूर्ण नुकसान पहुंचाया, हालांकि मेरे विचार में यह विनाशकारी नहीं है।' सैटेलाइट तस्वीरों की समीक्षा के बाद गुडहिंड ने बताया कि रावलपिंडी में नूर खान एयरबेस पर 2 मोबाइल कंट्रोल सेंटर नष्ट हो गए। पास के एक पार्किंग स्थल से लिए गए वीडियो में क्षतिग्रस्त जगह से धुआं उठता दिखा।
नूर खान एयरफील्ड पाकिस्तान का एक महत्वपूर्ण ठिकाना है, जो देश के 170 परमाणु हथियारों की सुरक्षा करने वाली स्ट्रैटेजिक प्लान्स डिवीजन के करीब है। ये हथियार पाकिस्तान के विभिन्न ठिकानों पर रखे गए हैं। इसके अलावा, रावलपिंडी में ही सैन्य मुख्यालय और जॉइंट स्टाफ मुख्यालय भी हैं। एक सैन्य शोधकर्ता नाम जाहिर न किए जाने की शर्त पर कहा, 'ऐसा हमला देश के कंट्रोल सेंटर को नष्ट करने की कोशिश समझा जा सकता था।' सैटेलाइट तस्वीरों में पाकिस्तानी वायुसेना के भोलारी और शाहबाज एयरफील्ड्स पर विमान हैंगर के रूप में इस्तेमाल होने वाली इमारतों को भारी नुकसान दिखा।