मुरादाबाद: आखिर क्यों नही मिल रहा पीड़ित पशु मित्र को न्याय, अब उच्च अधिकारियों से की न्याय की उम्मीद
March 30, 2025
मुरादाबाद। भोजपुर आखिर दर दर भटकने पर भी पीड़ित हीरा पुत्र कल्लू सिंह को नहीं मिल रहा है न्याय, राजकीय पशु चिकित्सालय में कंपाउडर के पद पर कार्यरत डॉ0 हरप्रीत सिंह ने पशु मित्र से पैंतीस हजार रुपए रिश्वत की मांग की। पिछले गत वर्षो उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जगह-जगह गौशालाओं का निर्माण किया गया है। उन गौशालाओं में गायों की देखरेख हेतु पशु मित्र भी नियुक्त किए गए थे। इसी क्रम में मुरादाबाद के विकासखंड भगतपुर टांडा क्षेत्र की ग्राम पंचायत भदगमा में भी एक गौशाला का निर्माण हुआ और उस गौशाला में हीरा सिंह पुत्र कल्लू सिंह नामक व्यक्ति को पशु मित्र के पद पर नियुक्त किया गया। हीरा सिंह का कहना है कि वह गौशाला के निर्माण के तत्काल बाद से ही पशुओं की देखरेख करता था और अपने पास से ही उनको दवाइयां लगता था। वह प्रतिदिन गौशाला जाता और पशुओं की देखरेख करता एवं गौशाला में उपस्थिति रजिस्टर में अपनी हाजिरी लगाता था। लेकिन अब षड्यंत्र के तहत हीरा सिंह को पशु मित्र के पद से हटा दिया गया है। हीरा सिंह का आरोप है कि डॉ0 हरप्रीत सिंह जोकि राजकीय पशु चिकित्सालय भोजपुर में कंपाउंडर के पद पर कार्यरत है उनसे पशु मित्र के पद को स्थाई करने के लिए कहा तब हरप्रीत सिंह ने प्रार्थी से पैंतीस हजार रूपए रिश्वत की मांग कर डाली। प्रार्थी ने पैसे देने से जब इनकार कर दिया तब हरप्रीत सिंह ने अन्य पंचायत के व्यक्ति बिपेन्द्र पुत्र रामवीर सिंह निवासी घोसीपुरा बाबूपुरा को पचास हजार रुपए लेकर 09 जनवरी 2025 को पशु मित्र नियुक्त कर दिया। हीरा सिंह ने यह भी आरोप लगाया है, की पशु चिकित्सक अनिल कंसल सीवीओ, ने उन्हें अपने दफ्तर बुलाया और कमरे में बंद करके उन्हें धमकी भी दी की शांत रह नहीं तो तुझे जेल भेज दूंगा। हीरा सिंह का कहना है कि विपेंद्र चैधरी के पास कोई भी पशु चिकित्सा का डिप्लोमा उपलब्ध नहीं है वह अभी भी मेरठ में ट्रेनिंग पर चल रहा है। हीरा सिंह ने बताया कि ग्राम प्रधान अशोक कुमार व सचिव ने हीरा सिंह को नियुक्त किया था। हरप्रीत सिंह, हीरा सिंह को एक माह से लगातार आश्वासन देते आ रहे हैं कि तुम्हारी भी नियुक्ति कर दूंगा तुम चुप रहो। हीरा सिंह ने बताया कि उन्होंने बिना वेतन के ही गौशाला में गायों की सेवा की है, अब हीरा सिंह ने मुख्यमंत्री पोर्टल, जिलाधिकारी और कमिश्नर के समक्ष पेश होकर प्रार्थना पत्र के माध्यम से इस प्रकरण की शिकायत करते हुए भ्रष्टाचारी में संलिप्त डॉ0 के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है और खुद को गौशाला में पुनरू नियुक्त करने की मांग की है।