मुरादाबादः एमआईटी में सम्मान समारोह किया गया आयोजित
विधान केसरी समाचार
मुरादाबाद। सावित्री देवी शिव नारायण गुप्ता फाउंडेशन संस्था द्वारा विजई प्रतिभागियों का सम्मान समारोह सावित्री देवी शिव नारायण गुप्ता फाउंडेशन संस्था द्वारा एमवआईवटीव सभागार में सम्मान समारोह आयोजित किया गया । सुधीर गुप्ता, एडवोकेट द्वारा बताया गया कि इस प्रश्नावली का मुख्य उद्देश्य भारत की सभ्यता एवं संस्कृति के कुछ भागों को युवा वर्ग तक पहुंचाना था जिसमें हम सफल भी रहे। सुधीर गुप्ता, एडवोकेट द्वारा बताया गया कि हम सब जानते हैं कि भारतीय सभ्यता विश्व की प्राचीनतम जीवित सभ्यता है। इसके साथ की या इसके बाद की अन्य सभ्यताएं जैसे मैसोपोटामिया की सभ्यता, मिस्र की सभ्यता, चीन की सभ्यता, रोम और यूनान की सभ्यता और माया सभ्यता सभी धीरे-धीरे समाप्त हो गई परन्तु भारतीय सभ्यता अभी तक जीवित है। लेकिन पिछले लगभग 150 वर्षों से इस सभ्यता को समाप्त करने का प्रयास किया जा रहा है और पिछले लगभग 50-60 वर्षों से यह प्रयास बहुत अधिक हो गया है। आज तो स्थिति यह हो गई है कि हम पाश्चात्य सभ्यता के प्रभाव में आकर अपनी भारतीय सभ्यता को हेय दृष्टि से देखने लगे हैं तथा उसे पुरातनपंथी और बेकार समझने लगे हैं। और हमने अपनी सभ्यता के बारे में अपने बच्चों को बताना और पढ़ाना भी लगभग बंद कर दिया है। लेकिन यदि आप भारतीय सभ्यता को जाने तो आप स्वयं यह अनुभव करेंगे कि भारतीय सभ्यता में जो बताया गया है यदि हम अपने जीवन में उन सिद्धांतों का पालन करें तब हमारे समाज में, हमारे देश में और पूरे विश्व में ही सुख और शांति का साम्राज्य होगा, कहीं कोई लड़ाई-झगड़ा नहीं होगा, सब लोग एक-दूसरे के साथ हिल-मिल कर रहेंगे।
युवा वर्ग में भारतीय सभ्यता और संस्कृति की जानकारी देने के लिए ही अध्यात्म ज्ञान एवं चिंतन संस्था द्वारा यह सुझाव दिया गया कि हम भारतीय सभ्यता, संस्कृति एवं इतिहास पर एक प्रश्नोत्तरी बनाएं जो आब्जेक्टिव टाईप हो और उसको पूरे भारत वर्ष में युवा पीढी में फैलाया जाए। इसीलिए इस प्रतियोगिता में विभिन्न धनराशियों को पुरस्कार स्वरुप देने का सुझाव रखा गया। उसी के अनुसार यह प्रश्नोत्तरी बनाई गई जिसमें प्रत्येक प्रश्न के आगे 4-4, 6-6 ऑप्शन रखे गए। प्रतिभागी को सही ऑप्शन पर टिक मार्क करना होता है।
इस प्रश्नोत्तरी को बनाने में हमारे विशिष्ट अतिथि डॉ० अजय अनुपम , रवीन्द्र नाथ कत्याल और एम०आई०टी० की प्रोफेसर डॉ० सुगन्धा अग्रवाल तथा एस०एस०जी० फाउन्डेशन की वाईस चेयरमैन अनुभा गुप्ता का बहुत सहयोग रहा। इसके पुरस्कार प्रदान करने हेतु धनराशि का प्रबन्ध करने में एस०एस०जी० फाउन्डेशन एवं हमारे अतिथिगण डॉ० यू०के० शाह, योगेश्वर सरन कोठीवाल, डॉ० बी०के० दत्त, डॉ० डी०के० गप्ता, डॉ० भगत राम राणा तथा राजीव गुप्ता का पूरा-पूरा सहयोग रहा। एम०आई०टी० के कम्प्यूटर साइंस डिपार्टमेंट के प्रोफेसर नीलाक्ष शील इस प्रतियोगिता की रीड की हड्डी है । उन्ही के द्वारा इस प्रतियोगिता को पूरे देश में प्रसारित करने प्रतिभागियों का रजिस्ट्रेशन कराने व प्रश्नों को रजिस्टर्ड प्रतिभागियों को भेजने तथा सभी उत्तरों को जांचकर रिजल्ट बनाने के कार्य किए गए है। इसलिए इस प्रतियोगिता का समस्त श्रेय प्रोफेसर नीलाक्ष शील को ही जाता है। मैं उनका हार्दिक धन्यवाद करता हूं। मुझे यह बताते हुए अत्यन्त प्रसन्नता हो रही है कि इस प्रतियोगिता में युवा वर्ग ने बहुत दिलचस्पी ली है। अधिकतर प्रतिभागी 15 वर्ष से 30 वर्ष के आयुवर्ग के हैं। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि इस प्रतियोगिता में भाग लेकर पुरस्कार जीतने वाला सबसे कम आयु का प्रतिभागी एक 6 वर्ष की कन्या है जो गुरुग्राम में रहती है उसका नाम आरिणी सर्राफ है। सबसे बड़ी उम्र के 79 वर्ष के श्री भरत लाल अग्रवाल हैं, जो दिल्ली निवासी हैं ।इस प्रतियोगिता की दूसरी सीरीज 1 अप्रैल 2025 को प्रारंभ की जाएगी ।कार्यक्रम को मूर्त रूप देने के लिए एम०आई०टी० के डायरेक्टर डॉ रोहित गर्ग तथा एम०आई०टी० के मेकेनिकल डिपार्टमेंट के प्रोफेसर डॉ मुनीश छावड़ा का हृदया से आभारी हूँ।
कार्यक्रम का संचालन नेहा गुप्ता ने किया। प्रतियोगिता में सफल व्यक्तियों को कुल धनराशि 10,00,000 (दस लाख) रुपए पुरस्कार स्वरुप दिए गए ।
इस कार्यक्रम में रविंद्र नाथ कत्याल , डॉ यूके शाह, रेखा शाह, सरदार गुरबिन्दर सिंह , अजीत अग्रवाल, वीरेन्द्र अरोरा, काव्य सौरभ रस्तोगी जैमिनी , मनोज रस्तोगी , धीर शान्त दास, पंकज दर्पण , मधुबाला त्यागी एवं राजेश भारतीय सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
एम०आई०टी० संस्थान से वाइस चेयरमैन अरविंद गोयल , सेक्रेट्री आदर्श अग्रवाल, कोषाध्यक्ष नीरज अग्रवाल, जॉइंट सेक्रेटरी अनिल अग्रवाल, निदेशक डा०रोहित गर्ग , प्रोफेसर डॉक्टर नलिनी कांत साहू , रजिस्ट्रार डॉव ए के सिंह उपस्थित रहे।