उन्नाव: व्यवहार, श्रद्धा और पवित्रता के साथ आमंत्रित करना चाहिए
विधान केसरी समाचार
उन्नाव। जिले के पुरवा कोतवाली के ग्राम सेमरीमऊ में चल रही श्री मद भागवत कथा साप्ताहिक ज्ञान यज्ञ के चतुर्थ दिवस में कथा के दौरान पूज्य महाराज श्री मनमोहन जी ने अपने भक्तों को बताया कि मानव जीवन में सबसे महत्वपूर्ण कार्य है धर्म का पालन करना।
धर्म, केवल एक धार्मिक आचार-व्यवहार नहीं, बल्कि वह जीवन के हर क्षेत्र में सत्य, अहिंसा, और नैतिकता का पालन करना है।बच्चों को हमेशा सत्य के मार्ग पर चलने की शिक्षा देना चाहिए, ताकि वे जीवन में सही मार्गदर्शन प्राप्त कर सकें और समाज में एक अच्छा नागरिक बन सकें।महाराज श्री ने इसी श्रृंखला में भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव मनाया, जन्मोत्सव में बधाई गीत गाए गए। पंडाल में बैठे सभी भक्तों ने बड़े हे धूमधाम से भगवान का जन्मोत्सव मनाया।
पूज्य महाराज श्री ने यह भी कहा कि किसी भी खास अवसर, जैसे बच्चों की बारात या अन्य समारोहों में शराब का सेवन और नशे के अन्य प्रकारों का कोई स्थान नहीं होना चाहिए। यह संस्कारी और जिम्मेदार समाज के खिलाफ है। ऐसे अवसरों पर लोगों को अच्छे आचार-व्यवहार, श्रद्धा और पवित्रता के साथ आमंत्रित करना चाहिए, जिससे परिवार और समाज में एक अच्छा संदेश जाए। इसी क्रम में भक्तों ने आरती कर जयकारे लगाए। कार्यक्रम के मुख्य आयोजक दिवाकर शुक्ला, राम जी शुक्ला, सचिन, नीरज, सुधाकर, प्रियम, ओम, आंसू मिश्रा सभी लोग मौजूद रहें।