लखनऊः पत्नी के प्रेमी को फंसाने के लिए चलवाई थी आपने ऊपर गोली

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विधान केसरी समाचार

लखनऊ। लखनऊ कमिश्नरेट उत्तरी जोन महिगवां थाना क्षेत्र अंतर्गत मंगलवार रात ई-रिक्शा चालक ने अपनी पत्नी के प्रेमी को फंसाने के लिए दोस्त से खुद पर हमला करवाया था और महिगवां पुलिस को सूचना दी कि उसको कुछ लोगों ने गोली मार दी है। जिससे वह घायल हो गया है। वहीं पुलिस ने परिजनों की मदद से ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया था। वहीं एडीसीपी उत्तरी जोन जितेन्द्र दुबे ने इसका खुलासा करते हुए बताया कि हमला करने वाले दो साथियों के साथ घायल और उसके भाई को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस की पूछताछ में मड़ियांव के हरिओमनगर में रहने वाले ई-रिक्शा चालक अरुण कुमार ने बताया कि प्लानिंग के तहत विघनहर्ता हॉस्पिटल से 80 मीटर आगे कुंम्हरावां में बाजपुर गंगौरा मोड के पास गोली मारने की सूचना पुलिस को दीं थीं, पुलिस ने जांच में पकड़ लिया कि बीटेक कर रहे भाई और दोस्तों के साथ मिलकर पत्नी और उसके प्रेमी को फंसाने के लिए इस घटना को अंजाम दिया गया था। वहीं पुलिस ने बताया कि अरुण का साथ उसके दोस्त अरविन्द सिंह, अनुज मौर्य ने दिया था, बीटेक कर रहे भाई नीलेश ने अपना दिमाग लगाकर योजना बनाई थी। पुलिस ने अरविद सिंह व अनुज मौर्य को करीम नगर चैराहे के पास से गिरफ्तार कर लिया। वहीं मुख्य आरोपी अरुण कुमार मौर्य उसके भाई नीलेश को भी पकड़ लिया गया। आपकों बता दें अरुण कुमार मौर्य ने 11 साल पहले लव मैरिज की थी, सात साल बाद एक बेटी हुईं थीं, इस दौरान पत्नी के एक दूर के रिश्तेदार से नजदीकी होने से विवाद होना चालू हो लगा, जिसको लेकर उसकी पत्नी ने इटौंजा थाना में कुछ महीने पूर्व एक शिकायत भी की थी, दोनों में समझौता हो गया था, दोनों साथ रहने लगें थें, करीब 15 दिन बाद अरुण की पत्नी से फिर विवाद हुआ और वह छत से कूद गई थी। इलाज के बाद वह अपने बाजपुर गंगौरा स्थित मायके चली गईं थी। चार माह बाद अरुण लेने गया तो पत्नी ने आने से इनकार कर दिया था, तभी अरुण ने कोर्ट में परिवाद दायर कर दिया और पत्नी ने अपने मित्र की मदद से उसके ऊपर दहेज उत्पीड़न का मामला दर्ज करा दिया था। इसी मामले में अरुण ने पत्नी और उसके प्रेमी को सबक सिखाने के लिए अपने ऊपर हमले की भाई के साथ मिलकर कहानी रची और घटना को अंजाम दिया था। वहीं पुलिस ने चार आरोपियों अरविन्द सिंह, अरुण मौर्य, निलेश मौर्य, अनुज मौर्य को गिरफ्तार कर 315 बोर तमंचा कारतूस खोखा बरामद कर जेल भेज दिया गया।