बीसलपुरः फसलें उगी नहीं आवारा गौवंश ने जमाया डेरा आवारा गौवंश से परेशान किसान
विधान केसरी समाचार
बीसलपुर। खेतों में आवारा गौवंश की चहलकदमी ने किसानों का जीना दुश्वार कर दिया है इन पशुओं के आतंक से परेशान किसान रात रात भर खेतों पर रहकर फसलों की रखवाली कर रहे हैं । आवारा पशुओं की समस्या के लिए न सिर्फ सरकार और प्रशासन जिम्मेदार है बल्कि आम आदमी भी उतना ही जिम्मेदार है जो गाय दूध देना बंद कर देती है उसे पशुपालक अपने खूंटे से नहीं बांधकर सीधे खेतों में खुला छोड़ देता है जिसका सीधा नुकसान किसानों को ही उठाना पड़ रहा है बीते कई सालों से किसान खासा परेशान हैं और उन्होंने आगे खेती नहीं करने का मन बना लिया है इसलिए यह कहना गलत नहीं होगा कि आवारा गौवंश के आतंक का असर कहीं न कहीं अर्थव्यवस्था पर भी पड़ने बाला हैं।
कई सारी चुनौतियों का सामना करते हुए किसान खेती करता है जिसमें उसे प्राकृतिक आपदाओं का सामना भी करना पड़ता है फिर रही सही कसर आवारा गौवंश पूरी कर देते हैं जिससे किसानों का मुनाफा तो दूर की बात लागत तक वापस नहीं लौटती है । किसानों का कहना है कि सरकार द्वारा गौवंश संरक्षण के लिए तमाम गौशालाओं का निर्माण कराया गया और कई जगह निर्माण कराया जा रहा है जहां पर हरे चारे और पानी की समुचित व्यवस्था की गई है लेकिन धरातल पर सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाएं सफल होती हुई दिखाई नहीं दे रही है आवारा गौवंश की समस्या से किसान बेहद परेशान हैं लेकिन किसान खुद इस समस्या का जिम्मेदार है जितने गौवंश गौशाला के अंदर हैं उससे कहीं अधिक खेतों और सड़कों पर विचरण कर रहे हैं।