प्रयागराज: कल्पवासी हो, स्नानार्थी हो या पर्यटक, सबकी सुरक्षा-सुविधा का रखें ध्यान, पुलिस का व्यवहार हो सहयोगात्मक-मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
विधान केसरी समाचार
प्रयागराज । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रयागराज महाकुम्भ दिव्य और भव्य महाकुम्भ के साथ डिजिटल महाकुम्भ का मानक बनेगा। उन्होंने कहा है कि मां गंगा, यमुना और सरस्वती के पावन संगम में अविरल और निर्मल गंगा के दर्शन और पवित्र कुम्भ स्नान से कोई भारतवासी वंचित नहीं होना चाहेगा। इस बार का महाकुम्भ प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन, संतों के आशीर्वाद, आम जनमानस की सहभागिता के नये मानक गढ़ने वाला होगा। मुख्यमंत्री ने बुधवार को प्रयागराज का दौरा कर महाकुम्भ 2025 की तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने महाकुम्भ को सामाजिक समता और जनभागीदारी का आदर्श उदाहरण बनाने का संकल्प जताया।
प्रधानमंत्री करेंगे मां गंगा का पूजन
मुख्यमंत्री ने बताया कि 13 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रयागराज आएंगे और मां गंगा का पूजन करेंगे। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि गंगा को पूरी तरह स्वच्छ और निर्मल बनाने के लिए जनसहयोग को प्राथमिकता दी जाए।
वैश्विक स्तर पर होगा महाकुम्भ महात्म्य का प्रचार
महाकुम्भ की तैयारियों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कुम्भ के महत्व को वैश्विक स्तर पर प्रचारित किया जाए। हर वर्ग के लोगों को महाकुम्भ से जोड़ा जाए, ताकि यह आयोजन श्ग्रीन प्रयागराज-ग्रीन महाकुम्भश् के लक्ष्य के साथ विश्व पटल पर अपनी छाप छोड़े। उन्होंने कहा कि 2019 में कुम्भ के सफल आयोजन के बाद हमसे अपेक्षाएं और अधिक हैं।
सुरक्षा और यातायात व्यवस्था पर विशेष ध्यान
मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधाओं के लिए विशेष योजनाओं पर जोर दिया। पुलिस को सहयोगात्मक व्यवहार अपनाने का निर्देश देते हुए उन्होंने ड्रोन से निगरानी, साइबर सुरक्षा और आपदा प्रबंधन के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विशेष स्नान तिथियों के लिए विशेष कार्ययोजना बनाई जाए और आपदा मित्रों की तैनाती सुनिश्चित की जाए।
बेहतर कनेक्टिविटी और स्वच्छता होगी प्राथमिकता
महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए रोड, रेल और एयर कनेक्टिविटी को बेहतरीन बनाने की योजना है। मुख्यमंत्री ने बताया कि 7000 बसें चलाई जाएंगी और इलेक्ट्रिक बसों के जरिए स्वच्छ और पर्यावरण-अनुकूल परिवहन सुनिश्चित किया जाएगा। स्वच्छता के लिए अतिरिक्त मैनपावर लगाने और सिंगल यूज प्लास्टिक को प्रतिबंधित करने के साथ जनजागरूकता अभियान चलाने के निर्देश भी दिए गए।
डिजिटल और हरित महाकुम्भ का हो अनुभव
मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रद्धालुओं को डिजिटल महाकुम्भ का भी अनुभव मिलेगा। तकनीकी प्रबंधों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, जिससे महाकुम्भ के विभिन्न आयामों को डिजिटल रूप में प्रस्तुत किया जा सके। साथ ही, प्रयागराज में मोहल्ला समितियों को सक्रिय करते हुए श्ग्रीन महाकुम्भश् के लक्ष्य को साकार किया जाएगा।
समयबद्ध और गुणवत्ता पूर्ण कार्यों का निर्देश
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को समय पर कार्य पूरे करने और गुणवत्ता से कोई समझौता न करने का निर्देश दिया। संगम नोज पर लैंड फिलिंग का कार्य और शहर की उखड़ी सड़कों का निर्माण समय पर पूरा करने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि अति आत्मविश्वास से बचें और प्रतिकूल परिस्थितियों के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ को तैयार रखें।
चिकित्सा और अन्य व्यवस्थाओं पर जोर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेला क्षेत्र में चिकित्सा के लिए अस्थायी अस्पताल तैयार करने और स्वच्छता को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया। उन्होंने महाकुम्भ से जुड़े विभिन्न आयामों के अध्ययन के लिए विशिष्ट संस्थानों का सहयोग लेने पर भी बल दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुम्भ 2025 के लिए पूरी दुनिया में उत्सुकता है और इसे जनसहयोग से ऐतिहासिक बनाया जाएगा। उन्होंने महाकुम्भ की परियोजनाओं की प्रगति पर संतुष्टि जताई।
मुख्यमंत्री जी ने महाकुंभ-2025 के दृष्टिगत चल रहे कार्यों की समीक्षा बैठक आई ट्रिपलसी सभागार में करते हुए उन्होंने कहा कि महाकुंभ से संबंधित सभी तैयारियां समय रहते कर ली जाएं। प्रयागराज कुंभ के दृष्टिगत यह वर्ष अत्यंत महत्वपूर्ण है। तीन से चार महीना पहले से जिस तेजी के साथ कार्य हुआ है वह बहुत ही संतोषजनक है। पहला स्नान 13 जनवरी को है, उससे पहले 10 दिसंबर तक जो भी अधूरे कार्य हैं अतिरिक्त मैन पावर बढ़ाकर उसे कर लिया जाए। डिजिटल स्वच्छता के माध्यम से लगातार मॉनिटरिंग हो एवं अक्षयवट, वेणी माधव सहित जितने भी प्राचीन स्थल हैं उनका रोड मैप डिजिटल माध्यम से तैयार हो, जिससे यात्रियों को असुविधा न हो। उन्होंने जल शक्ति विभाग की समीक्षा करते हुए कहा कि यह सुनिश्चित हो कि जल पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहे।
मुख्यमंत्री जी ने आपदा प्रबंधन की समीक्षा करते हुए कहा कि आपदा से निपटने के लिए पहले से ही सारी तैयारियां पूर्ण कर ली जाए। मुख्यमंत्री जी ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य की समीक्षा करते हुए कहा कि अस्थाई हॉस्पिटलों की भी स्वास्थ्य सेवाएं पिछली बार की तरह की जाए। उन्होंने रेलवे एवं एयरपोर्ट के साथ स्थानीय प्रशासन समन्वय बनाकर कार्यों को पूर्ण कराये। उन्होंने कहा कि महाकुंभ प्लास्टिक मुक्त हो। इसके लिए व्यापक प्रचार प्रसार कराया जाए। जो स्ट्रीट वेंडर है उनकी व्यवस्थित रूप से व्यवस्था सुनिश्चित किया जाए। अलग-अलग सेक्टरों के नाम अहिल्याबाई, निषाद राज सहित अन्य महापुरूषों के नाम से रखा जाए। कुंभ को स्वच्छता की दृष्टि से जाना जाए उसके लिए लगातार मॉनिटरिंग किया जाए। यातायात की व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त रखा। साथ ही फायर सेफ्टी की लगातार मॉनिटरिंग की जाए। जिन भी पुलिस कर्मचारियों की ड्यूटी लगी है उनका व्यवहार अच्छा दिखना चाहिए। शरारती तत्वों से सख्ती से निपटा जाए एवं आपदा प्रबंधन के लिए सभी तैयारियां पूर्ण कर ली जाए। कुंभ की धार्मिक, आध्यात्मिक, सामाजिक, आर्थिक ,दार्शनिक स्तर पर अध्ययन किया जाये। कुम्भ का आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक महत्व दिखना चाहिए।
इस अवसर पर माननीय उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, प्रभारी मंत्री जल शक्ति स्वतंत्र देव सिंह, औद्योगिक विकास निर्यात प्रोत्साहन मंत्री नंदगोपाल गुप्ता नंदी, नगर विकास मंत्री ए0के0 शर्मा, महापौर उमेश चंद्र गणेश केसरवानी, जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ0 वीके सिंह, माननीय सांसद फूलपुर प्रवीण पटेल, माननीय विधायक शहर उत्तरी हर्षवर्धन बाजपेई, माननीय विधायक करछना पीयूष रंजन निषाद, विधायक फाफामऊ गुरु प्रसाद मौर्य, विधायक फूलपुर दीपक पटेल, विधायक शहर पश्चिमी सिद्धार्थ नाथ सिंह, एमएलसी सुरेंद्र चैधरी, एमएलसी केपी श्रीवास्तव सहित अन्य माननीय जनप्रतिनिधि गणों के अलावा मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव परिवहन, प्रमुख सचिव नमामि गंगे, प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य, अध्यक्ष यूपीपीसीएल सहित अन्य अधिकारी गण उपस्थित रहे।