लंदन के ऐतिहासिक मछली-मांस बाजारों पर ताला, सदियों पुरानी विरासत खत्म
लंदन के दो ऐतिहासिक बाजार बिलिंग्सगेट मछली बाजार और स्मिथफील्ड मांस बाजार जल्द ही बंद होने जा रहे हैं. जानकारी के अनुसार 11वीं शताब्दी से चली आ रही इन बाजारों की कारोबारी परंपराएं समाप्त हो जाएंगी. ‘सिटी ऑफ लंदन कॉरपोरेशन’ ने संसद में एक विधेयक पेश किया है जिसके तहत इन बाजारों के संचालन की जिम्मेदारी समाप्त की जाएगी. ये बाजार लंदन की ऐतिहासिक विरासत का हिस्सा रहे हैं और स्थानीय बिजनेस के केंद्र के रूप में प्रसिद्ध रहे हैं.
पहले इन बाजारों को लंदन के पूर्व में डेगनहैम में स्थानांतरित करने की योजना बनाई गई थी, लेकिन महंगाई और निर्माण लागत में भारी बढ़ोतरी के कारण ये योजना रद्द कर दी गई. इस प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत लगभग एक अरब पाउंड (1.25 अरब डॉलर) हो चुकी थी जो निगम के लिए प्रबंधित करना मुश्किल हो गया. बढ़ती लागत और आर्थिक दबावों के बीच यह निर्णय लिया गया कि स्थानांतरण के बजाय बाजारों को बंद कर दिया जाएगा.
बाजारों के बंद होने से प्रभावित व्यापारियों को ‘सिटी ऑफ लंदन कॉरपोरेशन’ ने वित्तीय मुआवजा और व्यापारिक सलाह देने की पेशकश की है. व्यापारियों को अपनी भविष्य की योजनाएं बनाने के लिए समय दिया गया है क्योंकि बाजारों का संचालन 2028 तक जारी रहेगा. निगम ने व्यापारियों के साथ सामंजस्य बनाने और उनके हितों को प्राथमिकता देने का वादा किया है.
इन बाजारों के बंद होने से न केवल व्यापारिक परंपराएं समाप्त होंगी बल्कि लंदन की सांस्कृतिक विरासत पर भी इसका असर पड़ेगा. सदियों से ये बाजार स्थानीय व्यापार, रोजगार और सांस्कृतिक पहचान का केंद्र रहे हैं. अब यह देखना होगा कि निगम और व्यापारी मिलकर इस बदलाव को कैसे संभालते हैं.