अमेठीः निजी स्थानों पर चलती है पंचायत, लोगों को होती है समस्या

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विधान केसरी समाचार

अमेठी। जिले के विकास खंड संग्रामपुर क्षेत्र में 37 ग्राम पंचायत है जिसमें 4 ग्रामसभा में पंचायत भवन नहीं है। इस पंचायत भवन प्रधानो के निजी स्थान पर चलाई जाती है। जिसके कारण गांव के ग्रामीणों को दिक्कत आती है। ठेंगहा पंचायत भवन पूरी तरह से गिर गया है। यहां के प्रधान सुदामा देवी अपने निजी स्थान पर पंचायत का काम कराती है । जिसके कारण ग्रामीण अपनी समस्या पंचायत भवन पर नहीं रख पा रहा है । ग्रामीणों ने बताया कि यदि पंचायत भवन होता तो हम अपनी बात पंचायत के समक्ष खुलकर रखते और साथ ही हमें स्मार्ट विलेज संसाधनों का भी लाभ मिलता । लेकिन प्रधान के निजी स्थान पर होने के कारण अपनी बात हम नहीं कह पा रहे हैं। प्रधान के निजी स्थान पर ग्राम सचिव और पंचायत सहायक दोनों अधिकारी बैठते हैं।यही स्थिति ग्रामसभा बदलापुर का है जहां प्रधान अपने घर को पंचायत भवन का कार्य कराता है ।

पूर्व प्रधान कृष्ण मोहन तिवारी ने बताया कि मेरे कार्यकाल में स्मार्ट विलेज बनाने का कोई संसाधन नहीं था पुराना भवन था जिसमें ग्रामसभा के विकास पर पंचों के साथ अधिकारियों से समक्ष चर्चा हो जाती थी। लेकिन आज प्रधान द्वारा निजी आवास पर पंचायत भवन का कार्य चल रहा है जिसमें प्रधान को हिसाब से ही काम किया जाएगा।ग्राम विकास से सम्बंधित सभी कार्य एक निजी कमरे कर दिया जाता है जब काम शुरू होता है तो पता लगता है कि प्रधान अपने मर्जी से बिना खुली बैठक किये प्रस्ताव पास करके काम करा लेता है।इसी प्रकार ग्रामपंचायत जरौटा का हाल है यहां पंचायत भवन एक विद्यालय का कक्ष बन चुका है और ग्राम सभा प्रधान द्वारा निष्प्रयोज्य की श्रेणी में डालकर नया भवन बनवाने की मांग की है ।इसी श्रेणी में ग्राम सभा कनू आता है और यहां कि पंचायत विद्यालय के अतिरिक्त कक्ष में चलती है। जिसके कारण विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र पर जाता है।