लखनऊ: खाद केन्द्रों पर को किसानों को समय से नहीं मिल पा रही खाद, किसान परेशान
विधान केसरी समाचार
लखनऊ। लखनऊ जिले के बीकेटी तहसील क्षेत्र के अंतर्गत खाद केंन्द्रों पर पर्याप्त मात्रा में खाद ना होने के कारण किसानों को खाद नहीं मिल पा रही है। बता दें कि मंगलवार सुबह करीब 9रू00 बजे बीकेटी तहसील क्षेत्र के सैदपुर फर्रुखाबाद खाद केंद्र पर किसानों की भारी संख्या में भीड़ देखने को मिली, जहां किसान लाइनों में लगे दिखाई दिए और कुछ किस खाद पाने के लिए आपस में झड़प करते दिखाई दिए। वहीं पुलिस द्वारा कड़ी मशक्कत कर खाद का वितरण करवाया गया। वहीं कुछ किसानों ने आरोप लगाया है कि आलू , गेहूं अन्य फसलें डीएपी व एनपीके खाद ना मिलने से फसलों की बोवाई लेट हो रही हैं। आपकों बता दें कि बीकेटी तहसील क्षेत्र के सैदापुर फर्रुखाबाद,सैरपुर, टनटा पुरवा,भटेसुवा,उसरना, बरगदी, चंदाकोडर, पहाड़पुर अन्य खाद केन्द्रों पर किसानों की लंबी-लंबी लाइन लगीं दिखाई देती है, लेकिन खाद नहीं उपलब्ध हो पा रही है। जिससे किसान काफी आक्रोशित व नाराज है। वहीं किसानों को खाद अधिकारी व बड़े व्यापारियों की सांठगांठ से छोटे किसानों को खाद मिलने में संकट बना रहता है और बड़े व्यापारियों व प्राइवेट दुकानदारों को खाद आराम से उपलब्ध हो जाती हैं। वहीं किसानों को खाद सही समय पर ना मिल पाने से किसानों की आलू, गेहूं की फैसले लेट हो रही हैं जिससे किसानों में आक्रोश व्याप्त है। वहीं खाद वितरण में धांधली करने वालों व मनमानी कर नियम के विरुद्ध खाद वितरण करने के मामले में जिले के अधिकारी को जांच कर कार्यवाहीं करनी चाहिए।
प्राइवेट दुकानदारों व व्यापारियों की वजह से किसान को खाद लेने में होती है परेशानी
बीकेटी तहसील क्षेत्र के अंतर्गत छोटे किसानों को खाद लेने में काफी परेशानी उठानी पड़ती है। वहीं अधिकारियों व व्यापारियों की सांठगांठ से प्राइवेट दुकानदारों के पास डीपी खाद महंगे दाम पर मिल जाती है, सरकारी खाद केन्द्रों पर डीएपी खाद पहले ही बांट दी जाती हैं और किसानों की आलू और गेहूं की बुवाई के समय छोटे किसानों को सरकारी खाद केन्द्रों पर खाद समय से नहीं मिल पाती हैं और किसान सुबह से लेकर शाम तक खाद्य केन्द्रों पर लाइनों में लगे रहते हैं जिससे किसानों की फैसले लेते हो रही है। इस मामले में लखनऊ जिले के उच्च अधिकारियों को केन्द्रों की जांच कर गड़बड़ी पायें जाने पर कड़ी कार्यवाहीं करनी चाहिए।