लखीमपुर खीरीः शिकायतो के समाधान पर फोकस करते हुए कराए गुणवत्तापरक निस्तारण- डीएम
विधान केसरी समाचार
लखीमपुर खीरी। मंगलवार को डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल की पहल पर जिला स्तरीय अधिकारियों-कर्मचारियों की एक दिवसीय आईजीआरएस संवेदीकरण कार्यशाला हुई। डीएम-एसपी की संयुक्त अध्यक्षता में हुई कार्यशाला में अधिकारी कर्मचारियों का संवेदीकरण हुआ। कार्यशाला में मुख्य रूप से डीएफओ, एडीएम संजय कुमार सिंह, एएसपी नेपाल सिंह सहित सभी जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए डीएम ने कहा कि सभी अफसर प्राप्त शिकायतो के समाधान पर फोकस करते हुए गुणवत्तापरक निस्तारण कराए। सभी अधिकारी शिकायतकर्ताओं से बात कर उन्हें संतुष्ट अवश्य कर दें। उन्होंने आइजीआरएस पोर्टल की वर्किंग को बिंदुवार रेखांकित किया। प्रतिदिन 10 मिनट डेडिकेट आइजीआरएस पोर्टल को अनिवार्य रूप से दें।
डीएम बोली, आईजीआरएस शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता
डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने कहा कि आईजीआरएस शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता में है। उन्होंने सभी विभागाध्यक्षों को निर्देश दिए कि जनसुनवाई पोर्टल पर प्रतिदिन कोई भी संदर्भ डिफाल्टर न होने दें। सभी अधिकारी स्वयं भलि-भांति परीक्षण कर समयबद्धत्ता के साथ सन्दर्भो का गुणवत्तापरक निस्तारण सुनिश्चित कराये। निस्तारण की कार्रवाई से फरियादी का संतुष्ट होना जरूरी है। शिकायत के निस्तारण के बाद शिकायतकर्ता से फीडबैक भी लिया जाए।
डीएम ने जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिया है कि स्वयं मौके पर जाकर फरियादी से वार्ताकर प्रकरणों का गुणवत्तापरक निस्तारण सुनिश्चित करे। अधिकारी पीड़ित और परेशान व्यक्ति की मनोदशा को समझें, उसकी भावना का सम्मान करें और पूरी संवेदनशीलता के साथ समाधान किया जाए। जनशिकायतों और समस्याओं से जुड़े आवेदन का संतोषप्रद निस्तारण किया जाये। सभी विभागीय अधिकारियों से कहा कि जिस स्तर पर शिकायत लंबित है या शिकायतकर्ता असंतुष्ट है, तो उसका कारण जानकर शीघ्र समाधान कराना सुनिश्चित करें। किसी भी स्तर पर लापरवाही पाई जाने पर जवाबदेही तय कर कार्रवाई की जाए।
एसपी ने बताई आइजीआरएस की बारीकिया
संवेदीकरण कार्यशाला में एसपी गणेश प्रसाद साहा ने आइजीआरएस पोर्टल की सभी बारीकियां को रेखांकित किया। निर्देश दिए कि पुलिस महकमे के अफसरो और कार्मिको को निर्देश दिए कि पोर्टल कि स्वयं नियमित मॉनिटरिंग करें, जो शिकायतें आइजीआरएस पोर्टल पर प्राप्त हो रही हैं, उसका निस्तारण समय सीमा के अंदर गुणवत्तायुक्त कराएं। शिकायतकर्ता से स्वयं बात कर उन्हें संतुष्ट भी करें।